रिपब्लिक टीवी में पत्रकारिता मर चुकी है; कहते हुए महिला पत्रकार ने चैनल से दिया इस्तीफा

नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिपोर्टिंग कर रही पत्रकार शांताश्री सरकार ने यह कहते हुए रिपब्लिक टीवी से इस्तीफे की घोषणा की कि इस संस्थान में पत्रकारिता मर चुकी है। उन्होंने ट्वीट की एक श्रृंखला में यह घोषणा की।

सरकार अपने ट्वीट थ्रेड में कहा, “अंतत: मैं सोशल मीडिया पर बता रही हूं। मैंने रिपब्लिक टीवी नैतिक कारणों से छोड़ दिया है। मैं अब भी नोटिस पीरियड में हूं लेकिन मैं रिया चक्रवर्ती को बदनाम करने के लिए रिपब्लिक टीवी की तरफ से चलाये जा रहे आक्रामक एजेंडा पर रौशनी डालने से खुद को रोक नहीं पा रही। बोलने का समय आ गया है।“

उन्होंने कहा कि “मुझे पत्रकारिता सच को सामने लाने के लिए सिखाई गई थी। सुशांत मामले में मुझे हर बात का विवरण निकालने को कहा गया, सच को छोड़कर। जैसे मैंने तहकीकात की, दोनों परिवारों के करीबी स्रोतों ने स्वीकार किया कि सुशांत अवसाद ग्रस्त था। पर यह रिपब्लिक के एजेंडा को रास नहीं आ रहा था।“

उन्होंने अपने अगले ट्वीट में बताया कि “मुझे मामले में वित्तीय एंगल की तहकीकात के लिए कहा गया था, रिया के पिता के खाते खंगाले गये। इसमें उनके दो फ्लैट के लिए सुशांत का पैसा लूटने के एजेंडे का दूर तक भी कोई वास्ता नहीं दिखा। जाहिर है, यह भी उनके एजेंडे के अनुरूप नहीं था।“

सरकार ने कहा कि “मैंने देखा कि कैसे मेरे सहयोगियों ने उन लोगों को परेशान करना शुरू किया जो रिया के घर आ-जा रहे थे, पुलिस से लेकर डिलीवरी ब्वॉय तक से असुविधाजनक सवाल पूछने पर ही बस नहीं की। उन्हें लगा कि चीखना-चिल्लाना औैर एक महिला के कपड़े खींचना उन्हें चैनल में प्रासंगिक बनायेगा।“

“रिपब्लिक टीवी में पत्रकारिता मर चुकी है। अब तक मैंने जो भी स्टोरी की, मैं गर्व से कह सकती हूं कि कोई पूर्वाग्रह नहीं था। जब एक औरत को बदनाम करने के लिए अपने मूल्यों को बेचने का समय मेरे सामने आया तो, मैंने निर्णय लिया।“

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