(कोरोना और ऊपर से अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते क्यूबा की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गयी है। नागिरकों में भी उसके खिलाफ विक्षोभ देखा जा रहा है। इसी का नतीजा था कि पिछले दिनों कुछ जगहों पर लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किए। लेकिन इन प्रदर्शनों को पश्चिमी मीडिया ने कुछ इस तरह से पेश किया मानो यह कम्युनिस्ट विरोधी प्रदर्शन हों। इन हालातों के मद्देनजर बाद में वहां सरकार के समर्थन में भी कई बड़े प्रदर्शन हुए। बहरहाल क्यूबा की आर्थिक स्थिति में गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण उसके खिलाफ अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हैं। दुनिया के कई राजनेताओं, बुद्धिजीवियों, पादरियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक खुला पत्र लिखकर इन्हें हटाने की मांग की है। पेश है उनका पूरा पत्र-संपादक)
प्रिय राष्ट्रपति जो बाईडेन,
यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और क्यूबा के मध्य संबंधों में एक नया रास्ता (रुख) अपनाने का समय है। हम, अधोहस्ताक्षरी, आपसे यह तत्काल, सार्वजनिक अपील कर रहे हैं कि ट्रम्प व्हाइट हाउस द्वारा लागू की गई क्रूर नीतियों को अस्वीकार करें, जिसने क्यूबा के लोगों के बीच इतनी पीड़ा पैदा की है।
क्यूबा 1.1 करोड़ लोगों का देश हे। खाद्यान्न और दवा की बढ़ती कमी के कारण एक संकटपूर्ण दौर से गुजर रहा है। वहां हाल के विरोध-प्रदर्शनों ने दुनिया का ध्यान इस ओर खींचा है। जबकि कोविड -19 महामारी सभी देशों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुई है, आर्थिक प्रतिबंध के भारी भार के तहत एक छोटे से द्वीप के लिए यह और भी कठिन हो गया है।
हमें यह लगता है, विशेष रूप से एक महामारी के दौरान, जानबूझ कर व्यापार और क्यूबा के वैश्विक वित्तीय संस्थानों के कार्यों को रोकना, यह जानते हुए कि भोजन और दवा के आयात के लिए धन (डॉलर) पहुंचना आवश्यक है।
जैसे ही महामारी ने द्वीप को गिरफ्त में लिया, क्यूबा के लोगों – और उनकी सरकार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन से राजस्व में अरबों का नुकसान हुआ। जो आम तौर पर उनकी सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली, भोजन वितरण और आर्थिक राहत के लिए उपयोग किया जाता था।
महामारी के दौरान, डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया, ओबामा के नर्म प्रयास को एक तरफ ठेल दिया, और 243 “जबरदस्ती बंधन” लगाए, जिन्होंने जानबूझकर द्वीप पर सामान्य जीवन का गला घोंट दिया और अधिक पीड़ा पैदा की।
अमेरिका से पैसा भेजने पर रोक तथा अमेरिका और क्यूबा के बीच सीधी वाणिज्यिक उड़ानों की समाप्ति ने क्यूबा के अधिकांश परिवारों के लिए परेशानी है।
प्रेसीडेंट बाईडेन, आपने 12 जुलाई को कहा था कि “हम क्यूबा के लोगों के साथ खड़े हैं।” अगर ऐसा है, तो हम आपसे तुरंत एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने और ट्रम्प के 243 “दबाने वाले उपायों” को रद्द करने के लिए कहते हैं।
अब शीत युद्ध की राजनीति को बनाए रखने का कोई कारण नहीं है, जिससे अमेरिका को क्यूबा का एक पड़ोसी के बजाय एक अस्तित्वगत दुश्मन के रूप में मानने की आवश्यकता हो। क्यूबा के लिए ट्रम्प द्वारा निर्धारित मार्ग को बनाए रखने के बजाय, राष्ट्रपति ओबामा द्वारा घोषित छूट को पूर्ववत करने के अपने प्रयासों में हम आपसे आगे बढ़ने का आह्वान करते हैं। कठोर नियमों में छूट फिर से चालू करें और प्रतिबंध को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू करें। खाद्यान्न और दवा की गंभीर कमी को समाप्त करना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
23 जून को, संयुक्त राष्ट्र के अधिकांश सदस्य देशों ने अमेरिका को क्यूबा पर प्रतिबंध समाप्त करने के लिए मतदान किया। पिछले 30 वर्षों से, अधिकांश सदस्य देशों की यही नीति रही है। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र के सात विशेष दूतों ने अप्रैल 2020 में क्यूबा पर प्रतिबंधों के संबंध में अमेरिकी सरकार को एक पत्र लिखा था। “महामारी की आपात स्थिति में,” उन्होंने लिखा, “प्रतिबंधों को निलंबित करने के लिए अमेरिकी सरकार की इच्छा की कमी से क्यूबा में परेशानियों के बढ़ने का बड़ा जोखिम हो सकता है।”
हम आपसे ट्रम्प के “थोपे गए उपायों” को समाप्त करने और ओबामा के नर्म रवैये पर लौटने, संयुक्त राज्य अमेरिका और क्यूबा के साथ संबंधों को पूरी तरह से सामान्य करने की प्रक्रिया शुरू करने या इससे भी बेहतर, संबंधों को पूरी तरह से सामान्य करने की अपील करते हैं।
– 400 हस्ताक्षरकर्ता
(साहित्यकार और लेखक शैलेंद्र चौहान जयपुर में रहते हैं।)