लेबनान-इजराइल बॉर्डर पर पर दूसरा मोर्चा खुला, ईरान ने दी इजराइल को चेतावनी

नई दिल्ली। इजराइल के टैंक गाजा से सटी जालियों के बाड़ेबंदी के पास इकट्ठे होने शुरू हो गए हैं। यहां सेना अपने पूरे साजो-सामान को बढ़ाती जा रही है। और किसी भी समय वह गाजा पर जमीनी हमला कर सकती है।

अमेरिका ने इजराइल के समर्थन में अपना दूसरा जहाजी बेड़ा भेज दिया है। इसका नाम यूएसएस द्विट डी आइजेनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप है। इसके पहले यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड कैरियर पहले ही यहां पहुंच चुका था। यह दूसरा बेड़ा भी उसके साथ शामिल हो गया है। इसके साथ ही इजराइली सेना गाजा में अपना युद्ध विस्तार करने के लिए तैयार हो गयी है।

इजराइल ने इस बात को बिल्कुल साफ कर दिया है कि वो हमास को पूरी तरह से खत्म करने के संकल्प के साथ उतरा है। और राजनीतिक समाधान के सभी रास्तों को अभी उसने बंद कर रखा है।

लेकिन इजराइली यह नहीं बता रहे हैं कि उसके आगे क्या होगा। क्योंकि पहले उसका कहना था कि केवल और केवल हमास ही गाजा को नियंत्रित कर सकता है क्योंकि वहां जो दूसरे समूह हैं वो हमास से भी ज्यादा रेडिकल हैं। इसलिए इस तरह के तमाम सवाल हवा में तैर रहे हैं।

पोप फ्रांसिस ने गाजा में फंसे लोगों के लिए ह्यूमैनिटेरियन कोरिडोर की मांग की है।इसके साथ ही हमास से एक बार फिर पकड़े गए लोगों को रिहा करने की अपील की है। गाजा में किसी और से ऊपर मानवाधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए।

ह्वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने कहा है कि इजराइल और यूक्रेन के लिए नया हथियार पैकेज दो बिलियन डॉलर से अधिक होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिकी कांग्रेस से इसे पास कराने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके साथ ही सुलिवान ने कहा कि इजराइल ने दक्षिणी गाजा की ओर जाने वाली पानी के पाइप को फिर से खोल दिया है। उनका कहना था कि इजराइल ने उन्हें एक घंटा पहले ही सूचित किया है। हालांकि अल जजीरा ने फुखारी और देर-अल-बलम दो शहरों की जमीनी रिपोर्ट करते हुए बताया कि शाम को 4.30 बजे तक ऐसा कुछ नहीं हुआ था।

इस बीच सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकात के बाद कहा कि उनका देश इसका पूरी शिद्दत से प्रयास कर रहा है कि मौजूदा स्थिति को और बिगड़ने से कैसे रोक जाए और गाजा की नाकेबंदी को खत्म किया जाए।

सऊदी स्टेट की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह सामान्य परिस्थिति बहाल कराने की दिशा में पूरा प्रयास कर रहा है।

भीषण इजराइली बमबारी के बीच लोगों का गाजा को छोड़कर जाने का सिलसिला अभी भी जारी है। इनमें से ज्यादातर खान यूनुस पहुंच रहे हैं जहां इस समय यूएन कैंप में 20000 लोग हैं। यहां और ज्यादा लोगों को नहीं रखा जा सकता है। और यहां रहने वाले लोग इस बात को लेकर अनिश्चित हैं कि उन्हें यहां से भी न कहीं विस्थापित कर दिया जाए।

लेबनान के हेजबुल्ला ने कहा है कि उसने लेबनानी पत्रकार इसाम अबदल्लाह और दूसरे नागरिकों की हत्या के जवाब में उत्तरी इजाइल के शतौला पोस्ट में स्थित इजराइली सेना पर रॉकेट दागे हैं। आपको बता दें कि छह दूसरे पत्रकारों की मौत में अबदल्लाह का भी एक नाम था।

बदला लेने के मामले में लेबनान का हेजबुल्लाह टिट फॉर टैट की स्थिति में आ गया है। यह एक दूसरा रेगुलर फ्रंट खुलता नजर आ रहा है। यह इजराइल के लिए बेहद चिंताजनक हो सकता है। क्योंकि हेजबु्ल्लाह के पास बेहद अच्छे हथियार हैं और उसने राकेटों का जखीरा इकट्ठा कर रखा है। जिनकी संख्या हजारों में हो सकती है। 

ईरान ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इजराइल गाजा पर जमीनी हमला करता है तो वह स्थिति पर नियंत्रण की कोई गारंटी नहीं दे सकता है।

ब्रिटेन ने इजराइल से थोड़ा संयम बरतने के लिए कहा है। जिससे नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचे। रविवार को मीडिया से बात करते हुए इंग्लैंड के विदेश मंत्री जेम्स क्लीवरी ने कहा कि इजराइल सरकार के साथ बातचीत में उन्होंने नागरिकों की मौत को कम से कम करने के मसले को उठाया है। स्काई न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि संयम और अनुशासन इजराइली डिफेंस फोर्सेज की पहचान रही है। और मैं उसे देखना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि हां यह बात सही है कि हम लोग इजराइल के खुद की रक्षा के अधिकार का सम्मान करते हैं।

गाजा में इस समय कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं रह गया है। कतर यूनिवर्सिटी में गल्फ स्टडी के निदेशक महजूब ज्वेरी ने कहा कि भीषण इजराइली बमबारी के चलते गाजा में अब कोई ऐसा स्थान नहीं रह गया है जो सुरक्षित हो। लोग उन स्थानों की ओर जा रहे हैं जहां उनके परिजन हैं। यहां तक दक्षिणी गाजा भी सुरक्षित नहीं है। पिछले कुछ दिनों में मैंने देखा कि यहां तक कि जो लोग उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा की ओर जा रहे हैं उनके ऊपर भी हमले हुए हैं। आज की स्थिति में गाजा में कोई ऐसा स्थान नहीं है जो सुरक्षित हो। पूरा गाजा वार जोन में आ गया है। लोगों से अब उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा की ओर जाने के लिए अब पूछने का अब कोई मतलब नहीं है।

इजराइल ने वेस्ट बैंक इलाके में 50 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोग हेब्रान, जेनिन, नैबलुस, रामल्लाह, ईस्ट येरूशलम और बेथलेहम के हैं।

गाजा के दायर एल बल्लाह से मारम हुमैद ने बताया कि मैं और मेरा परिवार अपने को गाजा में स्थित एक नये लोकेशन में पाकर आश्चर्य चकित हैं। यह दक्षिण गाजा में स्थित है। और मैंने अपने दादा के मकान में शरण लिया हुआ है। पहले दृश्य के तौर पर दीवाल पर टंगी उनकी फोटो ने हम लोगों का स्वागत किया। मेरे दादा 1948 में नाकबा के दौरान इसदुद गांव जिसे इजराइली अब अशडोड कहते हैं, विस्थापित हुए थे। और वह 2002 में बगैर उनका सपना पूरा हुए दुनिया से चले गए। 

और अब उनके पोते खुद को विस्थापित पा रहे हैं। और उन्हें 2023 में हटाया गया। पुराना घर जो सालों पहले बंद हो गया था फिर से हम लोगों को शरणार्थी के तौर पर स्वीकार करने के लिए खुला है।

एक जांच के बाद ह्यूमन राइट्स वाच ने कहा है कि गाजा और लेबनान के खिलाफ अपने मिलिट्री आपरेशन में इजराइल ने सफेद फास्फोरस का इस्तेमाल किया है।

अधिकार समूह ने कहा कि लेबनान और गाजा से बुधवार और गुरुवार को उसके सैंपल लिए गए थे जिसमें यह बात सामने आयी थी कि तोपों से सफेद फास्फोरस के कई इस्तेमाल देखने को मिले थे। वाच ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन है।

क्या इजराइल बहुत मोर्चों पर एक साथ लड़ाई लड़ने में सक्षम है। जैसे-जैसे लड़ाई आगे बढ़ रही है और बहुत सारे मोर्चे खुलते दिख रहे हैं उससे यह सवाल अहम होता जा रहा है।

कतर विश्वविद्यालय से जुड़े बुद्धिजीवी महजूब ज्वेरी का कहना है कि झगड़ा लंबे समय तक चला तब इजराइल के लिए मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि “जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा की सीमा का दौरा किया तो उन्होंने कहा कि ‘हम अगले तीन और सप्ताह के लिए लड़ाई के लिए तैयार हैं।’ इसलिए अगर ऐसा मामला है तो उन्हें अपने सभी सीमाओं से हमले और मूवमेंट की अगले तीन सप्ताहों तक अपेक्षा करनी चाहिए। मैं इतने ज्यादा समय तक हैंडल करने को लेकर निश्चित नहीं हूं और यह कोई आसान काम भी नहीं है।”

हेजबुल्ला से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इजराइल साइड की सीमा पर स्थित एक गांव शतुला की तरफ एक हमला किया गया है और इसमें कुछ मौतों की भी सूचना है। इजराइल ने इसका जवाब दिया है और उसने लेबनान के कुछ इलाकों में हमले किए हैं।

यह एक तरह का पैटर्न बनता जा रहा है। हेजबुल्ला पहले सेबा फार्म पर हमला किया जो एक विवादित क्षेत्र है। और जब वो इजराइली हमले का बदला लेते हैं तब इजराइल के अंदर के इलाकों को निशाना बना देते हैं।

इजराइल अब केवल दो फ्रंट पर नहीं लड़ रहा है। ऐसा लगता है कि अब तीसरा फ्रंट भी खुल गया है। कल सीरिया की ओर से इजराइल पर राकेट दागे गए हैं। ऐसा इजराइल द्वारा सीरिया के अलेप्पो एयरपोर्ट पर राकेट दागने के बाद हुआ है।

ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीरबदोल्लैहियन ने हमास के राजनीतिक मुखिया इस्माइल हैनियेह से शनिवार को दोहा में मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि अगर जियोनिस्ट का युद्ध अपराध गाजा में जारी रहता है तो इलाके में किसी भी संभावना की कल्पना की जा सकती है। और इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान जियोनिस्ट के युद्ध अपराध को रोकने के हर प्रयास को जारी रखेगा।

ईरान के सर्वोच्च राजनयिक ने एक प्रस्ताव दिया है जिसमें उन्होंने इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक करने की बात कही है। जिसमें गाजा पर हमले को कैसे रोका जाए इस पर बातचीत हो सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि हमास ओआईसी के उच्च अधिकारियों से अच्छे समर्थन की उम्मीद कर रहा है। यह ईरान के विदेश मंत्री की चौथी जगह थी जहां वो गए। इसके पहले वो इराक, लेबनान और सीरिया की यात्रा कर चुके हैं। 

इस बीच इजराइल ने लेबनान सीमा को बिल्कुल सील कर दिया है। और सीमा से सटे चार किमी इलाके में किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।यह घटनाक्रम हेजबुल्ला के इजराइल स्थित एक गांव में मिसाइल से फायरिंग करने के दावे के बाद सामने आया है। इजराइली सेना ने कहा है कि उसने लेबनान के कुछ ठिकानों को निशाना बनाया है। उसका कहना है कि शतुला हमले में चार लोगों की मौत हो गयी है।

गाजा बार्डर पर इजराइली सैनिकों और हथियारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 

अल शबाका में वरिष्ठ नीति विश्लेषक यारा हवारी ने कहा है कि अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकेन गाजा में पूरे सफाये की व्यवस्था कर रहे हैं। हवारी ने अल जजीरा को बताया कि “ब्लिंकेन मध्यपूर्व और दूसरी जगहों पर राजनेताओं से अपनी मुलाकात के दौरान ह्यूमैनिटेरियन कोरिडोर के निर्माण पर जोर देने का प्रयास कर रहे हैं…वो इसे गाजा से बाहर जाने की कड़ी में फिलिस्तीनियों के लिए सेफ पैसेज के तौर पर पेश कर रहे हैं। लेकिन डर इस बात का है कि यह ह्यूमैनिटेरियन कोरिडोर नहीं है बल्कि निर्वासन का स्थाई मार्च है।”

शरणार्थियों के लौटने के अधिकार के मामले में इजराइली सरकार किसी भी अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन को नहीं मानती है।

यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी ने कहा है कि गाजा में पानी फिलिस्तीनियों के लिए जीवन और मौत का प्रश्न बन गया है। तकरीबन 20लाख लोगों की जान के लिए खतरा पैदा हो गया है।

दक्षिणी इजराइली शहर के सेडरोट में परिस्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गयी है। यहां पर हमास के अल कासम ब्रिगेड ने पिछले सप्ताह हमला किया था। और पिछले दिनों बंदूक लिए दूसरे फिलिस्तीनी लड़ाके भी उसमें घुस गए थे। इजराइली प्रशासन के लोग लोगों से इलाके को छोड़ने के लिए कह रहे हैं लेकिन बहुत सारे लोग वहीं रुकना चाहते हैं। अल जजीरा ने बताया कि तकरीबन 7000 लोग वहां से जाने से इंकार कर रहे हैं।

ईरान चाहता है कि सीरिया इजराइल के साथ लड़ाई का दूसरा फ्रंट खोल दे। और इसके लिए वह वहां अपना हथियार भी भेजने के लिए तैयार है।

गाजा में मरने वालों की संख्या 2329 हो गयी है। जबकि 9714 लोग घायल हैं। ऐसा फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचना दी है।

कुछ परिवार उत्तरी गाजा को खाली करने के इजराइल के फरमान को धता बताते हुए फिर से अपने स्थाई ठिकानों पर चले गए हैं। देर-अल-बलह से अमल ने अल जजीरा को बताया कि लोग बिल्कुल परेशान हो गए हैं और मानसिक और शारीरिक रूप से सूख गए हैं। स्थिति ऐसी हो गयी है कि वहां न तो कोई शौच की स्थिति है। न कोई सोने का स्थान है, न बिजली और न ही पानी और न ही कोई जीवन।

अमल ने कहा कि कोई भी अपने घरों को छोड़ना नहीं चाहता है। 

गाजा शहर में इजराइली हमले में मारे गए लोगों को सामूहिक कब्र में दफना दिया गया। ऐसा मौतों की संख्या ज्यादा होने के चलते फैसला लिया गया।

(ज्यादातर इनपुट अल जजीरा से लिया गया है।)

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