बेरोज़गार इंडिया ने बिगाड़ी, नरेंद्र मोदी की बर्थ डे पार्टी

बेरोज़गार इंडिया ने नरेंद्र मोदी की बर्थडे पार्टी बिगाड़ दी। शाम से ही #17Baje17Minute ट्रेंड कर रहा है। इससे पहले आज सुबह से लेकर शाम तक #nationalUnemploymentDay और #राष्ट्रीय_बेरोजगार_दिवस ट्विटर पर सबसे ऊपर ट्रेंड करता रहा। #nationalUnemploymentDay तीसरे नंबर पर बना हुआ है। जबकि #happyBirthdayPMModi दूसरे नंबर से शुरू होकर शाम को साढ़े पांच बजे तक 25 नंबर पर पहुंच गया। 

सोशल मीडिया पर बिफरे नरेंद्र मोदी

सोशल मीडिया के सहारे पूरे देश में नफ़रत का प्रचार-प्रसार करके सत्ता हासिल करने वाले नरेंद्र मोदी का मूड तब खराब हो गया जब देखते ही देखते उनकी बर्थ पार्टी की बेरोजगार इंडिया ने बाट लगाकर रख दी।

हालांकि इससे पहले उन्होंने ट्विटर पर जन्मदिन की बधाई दिए जाने पर करीब 400 लोगों को व्यक्तिगत तौर पर धन्यवाद ज्ञापित किया। जबकि देश भर में प्रदर्शनरत बेरोजगार युवाओं के लिए उनसे एक भी ट्वीट न निकला। 

वैसे पिछले एक सप्ताह से जिस तरह देश के बेरोज़गार युवाओं ने मौके बेमौके (5 सितंबर, 9 सितंबर, 14 सितंबर और आज 17 सितंबर) को सोशल मीडिया पर सरकार को चारों खाने चित्त किया है सरकार उससे बौखलाई हुई है।

यही कारण है कि सुदर्शन न्यूज़ के सांप्रदायिक और नफ़रती कार्यक्रम के सिलसिले में हुई सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मोदी सरकार ने जबर्दस्ती हलफ़नामा दायर करके सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि यदि मीडिया से जुड़े दिशा-निर्देश (रेगुलेशन) उसे जारी करने ही हैं तो सबसे पहले वह डिजिटल मीडिया की ओर ध्यान दे, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े दिशा-निर्देश तो पहले से ही हैं। उसने यह भी कहा है कि डिजिटल मीडिया पर ध्यान इसलिए भी देना चाहिए कि उसकी पहुँच ज़्यादा है और उसका प्रभाव भी अधिक है।

सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने देश की युवा शक्ति को सलाम करते हुए कहा कि “बेरोजगारी और मोदी सरकार के गैर-कार्यकारी और विश्वासघातों के खिलाफ अपने मशाल जुलूस के साथ मोदी के जन्मदिन की पार्टी में तूफान लाने के लिए यंग इंडिया को सलाम।”

17 बजे 17 पर देश भर में मशाल रैली निकाली गई

बिहार के आरा में छात्रों ने मशाल जुलूस निकालकर देश में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ़ बिगुल फूँका।

बिहार के भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा क्षेत्र में भी युवाओं ने मशाल जुलूस निकालकर बेरोजगारी के खिलाफ़ अपना विरोध दर्ज़ करवाया।

बेरोजगार युवाओं ने श्रम व रोजगार मंत्री संतोष गंगवार के संसद क्षेत्र मुख्यालय बरेली में जोरदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस मनाया।

चंडीगढ़ में भी छात्रों ने जुटकर ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ मनाया और मोदी सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए।

वहीं प्रयागराज में दिन में हुए प्रदर्शन में लाठीचार्ज गिरफ्तारी के बावजूद शाम 5 बजे बड़ी संख्या में छात्रों ने एक जुट होकर मशाल जुलूस निकाला। 

मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में छात्रों ने फूँकी अपनी डिग्रियां

शाम 5 बजे पूरे देश में 17 मिनट के लिए विरोध मार्च निकाल गया। इस दरम्यान प्रदर्शनकारी हाथों में मशाल और मोमबत्तियां लेकर निकले। बहुत से लोग ताली और थाली भी बजाते हुए चल रहे थे। वाराणसी में छात्रों ने पहले मशाल जुलूस निकाला फिर अपनी डिग्रियां जलाकर विरोध दर्ज़ करवाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को उनके जनविरोधी, युवा विरोधी, रोजगार विरोधी नीतियों के कारण बनारस और बीएचयू के छात्रों-युवाओं ने राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मनाकर अपना रोष और गुस्सा जाहिर किया।

ज्ञात हो कि पिछले 6 सालों से मोदी सरकार लगातार निजीकरण, ठेकाकरण और संविदाकरण की नीतियों को लागू करके युवाओं के रोजगार के अवसरों को खत्म कर रही है। देश के सार्वजनिक उपक्रमों को भी लगातार पूंजीपतियों के हाथों बेचा जा रहा है, जो देश के साथ सरासर गद्दारी है। इन सबके खिलाफ आज बनारस के युवाओं ने भगत सिंह छात्र मोर्चा के नेतृत्व में एकजुट होकर जनविरोधी सरकार के खिलाफ ‘हल्ला बोल, पोल खोल’ कार्यक्रम व विरोध-प्रदर्शन का आयोजन किया। इस दौरान ‘देश बेचवा मोदी सरकार मुर्दाबाद’ ‘बंद करो बकलोली जी, हैप्पी बर्थडे मोदीजी’  ‘निजीकरण मुर्दाबाद’ ‘जुमला नहीं रोजगार दो’ ‘मोदी सरकार होश में आओ’ आदि नारे लगाये गए।

विरोध प्रदर्शन लंका गेट, बीएचयू पर किया गया। भगत सिंह छात्र मोर्चा के नीतीश ने इस प्रदर्शन में सभा का संचालन किया। विरोध-प्रदर्शन में भुवाल यादव, दिनेश, दीपक, अर्चना, निधि सुमित, प्रवीण यादव, कबीर, पवन, शशांक, समेत सैकडड़ों छात्र शामिल हुए।

इससे पहले आज सुबह कई लोगों ने एक दूसरे के मुंह पर कालिख पोत कर नरेंद्र मोदी को हैप्पी बर्थडे कहा। 

लखनऊ में प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की माले ने कड़ी निंदा की

आज राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के मौके पर भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने योगी सरकार के दमनकारी कानून ‘उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल अधिनियम’ के खिलाफ गुरुवार को राजधानी के परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाल रहे पार्टी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और उनके बैनर-पोस्टर-झंडे छीनने को अलोकतांत्रिक बताते हुए कड़ी निंदा की है।

गिरफ्तार व्यक्तियों में भाकपा (माले) के जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर, इनौस के जिला संयोजक राजीव गुप्ता, ओम प्रकाश, आइसा के राज्य सचिव शिवा रजवार, आइसा से अतुल, शिवेंद्र, तुषार, एक्टू के कुमार मधुसूदन मगन, चन्द्रभान गुप्ता, रामसुंदर निषाद, रामजीवन राणा, बाबूराम कुशवाहा, विश्वकर्मा चौहान, मूलराज, रमेश प्रजापति हैं। 

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की भी इजाजत न देना लोकतंत्र का गला दबाने जैसा है। यह लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। योगी सरकार आंदोलनकारियों, राजनीतिक विरोधियों व असहमति रखनेवालों के दमन के लिए कुख्यात होती जा रही है। लेकिन हम जनता के संवैधानिक अधिकारों पर इन हमलों के खिलाफ अपनी आवाज और ऊंची करेंगे। दमन का जवाब लोकतांत्रिक प्रतिरोध को तेज कर देंगे।

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