पर्यावरण दिवस :छत्तीसगढ़ के भिलाई में सैकड़ों पेड़ों को काटने के बाद होगा मोदी जी का कार्यक्रम

तामेश्वर सिन्हा

भिलाई।आज 5 जून को दुनिया भर में पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। पर्यावरण दिवस मनाने का मकसद यह है कि दुनिया वालों को पर्यावरण के लिए सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। आज हमारे नेतागण पर्यावरण को बचाने के लिए कसमे खाएंगे। पेड़ लगाते हुए फ़ोटो खिंचवा कर मीडिया में प्रचारित करेंगे। लेकिन इन सब ढोंग के बीच छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में रुकावट बन रहे 100 पेड़ों की कटाई की जाएगी। इससे मोदी जी का एक मिनट बचेगा।

  • जानकारी के अनुसार इसी महीने की 14 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के भिलाई के दौरे पर आने वाले हैं। पीएम के दौरे से पहले खबरें आ रही है कि यहां प्रशासन करीब 100 पेड़ों की कटाई करने वाला है क्योंकि यह सभी पेड़ प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरा स्थल के रास्ते में आ रहे हैं। प्रधानमंत्री रायपुर से हेलिकॉप्टर से भिलाई निवास के सामने वाले मैदान में उतरेंगे और उसके बाद भिलाई इस्पात प्लांट का दौरा करेंगे।
  • भिलाई निवास के पीछे जिस जगह से फॉरेस्ट एवेन्यू को जोड़ने का फैसला लिया गया है उस मार्ग में शीशम का प्लांटेशन है। हालांकि पहले यह तय किया गया था कि पीएम सड़क मार्ग के जरिए डीपीएस चौक से फॉरेस्ट एवेन्यू और फिर बीएसपी मेन गेट तक जाएंगे। लेकिन प्रधानमंत्री को सड़क से यात्रा ना करनी पड़े और वो सीधे वायु मार्ग से स्थल तक पहुंच जाए इसलिए भिलाई निवास के पीछे लगे करीब 100 पेड़ों को काटने की तैयारी की जा रही है।

आप को बता दें कि भिलाई में प्रशासन जिस इलाके में पेड़ों की कटाई की योजना बना रहा है वो इलाका पहले से ही बफऱ जोन एरिया में आता है।

यहां कार्बन डाई ऑक्साइड और वोलाटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड की मात्रा पहले से ही मानक स्तर से अधिक रहता है। ऐसे में यहां पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की आशंका है।पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यहां लगा एक पेड़ करीब 230 लीटर से ज्यादा ऑक्सीजन पैदा करता है। लिहाजा पेड़ों की कटाई से करीब 1400 लोग ऑक्सीजन से वंचित हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी14 जून को छत्तीसगढ़ को आईआईटी भिलाई की सौगात देंगे। पीएम भिलाई स्टील प्लांट का दौरा भी करेंगे। इसी के साथ ही वो जगदलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन भी करेंगे।    ऐसे में एक तरफ तो देश में पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है, दूसरी तरफ सरकार ही पेड़ों को नष्ट करने पर तुली हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में योग और स्वच्छ भारत को बढ़ावा देने की बात करते रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी की सरकार के छत्तीसगढ़ की सूरत खराब करने में लगी है।

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