सुशील मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता का पलटवार, कहा भाजपा को दलितों की नहीं, वोट की चिंता

नई दिल्ली/पटना। बिहार में चुनाव के नजदीक आने के साथ ही सूबे में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गयी हैं। इसके साथ ही नेताओं की पैंतरेबाजी और बयानों का सिलसिला भी तेज हो गया है। अंबेडकर जयंती के मौक़े पर कुछ इसी तरह का नजारा दिखा। बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दलित बस्तियों को गोद लेने तक का ऐलान कर डाला। इसके अलावा दलितों को लुभाने वाली ढेर सारी बातें कहीं। लेकिन विपक्ष भी कहां चुप बैठने वाला था उसने मोदी की घेरे बंदी शुरू कर दी।

बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को दलितों की नहीं बल्कि सिर्फ अपने वोट की चिंता है। चुनाव नजदीक आते देख उनका दलितों से हमदर्दी का नाटक शुरू हो गया है। चुनाव के बाद वो फिर से दलितों के हितों के ख़िलाफ़ काम करने में जुट जाएंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी की यही असलियत है एक तरफ वह दलितों से हमदर्दी का दिखावा करती है दूसरी तरफ आरक्षण समाप्त करने का चक्रव्यूह रचने का काम करती है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर सुशील मोदी को बिहार के दलितों और गरीबों की इतनी ही चिंता है तो फिर वो दिल्ली, मुंबई समेत अन्य राज्यों में फंसे हुए गरीब मजदूरों को निकालने के लिए क्यों नहीं प्रयास कर रहे हैं। ललन कुमार ने कहा कि बिहार के मजदूर सैकड़ों किलोमीटर का पैदल सफर करके अपने घर आ रहे हैं तो उन्हें बार्डर पर परेशान किया जा रहा है। 

सरकार ने अब तक न तो उनके खाने पीने के लिए कोई इंतजाम किया है और न ही उन्हें वापस लाने के लिए कोई नीति बनाई है। ललन कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जाति धर्म देखकर नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में होने के बावजूद आज भी उनकी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं। मगर सत्ता में होने के बावजूद बीजेपी के अधिकांश नेता अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं और सिर्फ बयानबाजियां कर रहे हैं।

इसके पहले अंबेडकर जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया था। 

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