जिग्नेश मेवाणी ने गुजरात विधानसभा में फाड़ दी सीएए की कॉपी

गांधीनगर। वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने शुक्रवार को गुजरात विधानसभा में नागरिकता संसोधन बिल 2019 की कॉपी फाड़ दी। देश की किसी भी विधानसभा में इस बिल को फाड़ने वाले वह पहले विधायक हैं।

गुजरात विधान सभा का विशेष सत्र इस कानून के समर्थन के लिए बुलाया गया था। जिग्नेश मेवानी ने जन चौक को बताया कि बर्मा से आए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी साहब अपनी नगरिकता सिद्ध करने के लिए क्या अपने माता-पिता के दस्तावेज जनता के सामने रखेंगे? यह कहते हुए हमने आज गुजरात विधानसभा में काले क़ानून को फाड़ दिया।

इसके बाद सीएम रूपानी ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मेरे माता-पिता के पास भारतीय पासपोर्ट था, इसलिए मेरे जन्म के वक्त ही मेरा नाम भारतीय के तौर पर दर्ज हो चुका है।

मेवाणी विशेष सत्र से पहले ही इस काले कानून को लेकर विजय रूपानी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। कल मेवाणी ने ट्वीट कर विजय रूपानी की नागरिकता पर सवाल उठाए थे। मेवाणी ने ट्वीट कर लिखा था,

“बर्मा से आए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी साहब गुजरात की छह करोड़ जनता के दस्तावेज मांगने से पहले आप अपने माता-पिता के जन्म स्थल, जन्म तारीख़ का कागज दिखाएं!”

मेवाणी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री पर नागरिकता को लेकर सवाल ने मीडिया और सोशल मीडिया में खूब जगह मिली। इसके बाद मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने अपनी नागरिकता पर उठ रहे प्रश्न और मेवाणी के सवाल पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे पिता के पास भारत का ही पासपोर्ट था, जब मेरा जन्म हुआ। अब यह सवाल भी उठता है कि क्या NPR और NRC के लिए पासपोर्ट मान्य है।

गुजरात कांग्रेस विशेष सत्र में भाजपा को अलग अलग मुद्दे पर घेरने में लगी ही थी वहीं जिग्नेश मेवाणी अकेले ही NRC पर भाजपा और मुख्यमंत्री पर भारी पड़ रहे हैं। इस कानून के विरोध में शुक्रवार की रात राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच अहमदाबाद के अलग-अलग हिस्सों में NRC के विरोध में नागरिकता कानून की होली जलाई जाएगी।

(अहमदाबाद से जनचौक संवाददाता कलीम सिद्दीकी की रिपोर्ट।)

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