इंदौर: मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ राजनीतिक दलों और ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने की अफसरों से मुलाकात

इंदौर। लगातार हो रही मॉब लिचिंग की घटनाओं को लेकर इंदौर के विभिन्न राजनीतिक दलों और ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने आज इंदौर आईजी और संभाग आयुक्त से मुलाकात की तथा उन्हें ज्ञापन देकर मांग की कि सरकारी संरक्षण में हो रही कानून विरोधी इन हरकतों को सख्ती से रोके और निर्दोष लोगों पर की जा रही कार्रवाई तथा सांप्रदायिकता भड़काने वाले असामाजिक तत्वों को दी जा रही छूट को रोके, अन्यथा शांति का टापू कहलाने वाला मालवा कभी भी सांप्रदायिक हिंसा का शिकार हो सकता है।

कांग्रेस,  मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, सहित विभिन्न राजनीतिक दलों, ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ता आज सुबह आईजी कार्यालय पहुंचे थे तथा वहां उन्होंने ज्ञापन देकर मालवा अंचल सहित पूरे मध्यप्रदेश में हो रही माबलिचिंग की घटनाओं पर आक्रोश जताया तथा मांग की कि इन सांप्रदायिक घटनाओं को तत्काल रोका जाए। पुलिस द्वारा बाणगंगा इलाके में चूड़ी वाले के साथ हुई हरकतों पर की गई कार्यवाही पर भी संगठनों ने रोष जताते हुए कहा कि पुलिस पक्षपातपूर्ण कार्यवाही कर रही है तथा फरियादी को ही आरोपी बनाने और मनगढ़ंत धाराएं लगाने का काम कर रही है, जबकि जो मूल आरोपी है वे अभी तक फरार चल रहे हैं ।

इसी तरह की घटनाएं उज्जैन, देवास, रीवा, सतना, महिदपुर, हाटपिपलिया आदि जगहों पर भी हुई हैं। जिन पर की गई कार्यवाही सरकार और प्रशासन में अविश्वास पैदा कर रही है। इसी तरह का ज्ञापन संभाग आयुक्त इंदौर को भी दिया गया है तथा उनसे भी ऐसी घटनाएं रोकने और प्रशासन द्वारा वैधानिक रूप से कार्रवाई किए जाने तथा असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व सांसद कल्याण जैन, श्याम सुंदर यादव, रूद्रपाल यादव,  रामस्वरूप मंत्री, सोहनलाल शिंदे, कैलाश लिम्बोदिया,   हरिओम सूर्यवशी, सत्यनारायण वर्मा, सी एल स्रावण,  माता प्रसाद मौर्य ,केके मारोत कर, अकबर अहमद, देवेंद्र सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में गैर भाजपाई दलों और ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ता शरीक थे ।

सुभाषिनी अली, दिग्विजय सिंह इंदौर आएंगे

गौरतलब है कि गत दिनों इन संगठनों की हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि मॉबलिचिंग जैसी घटना को रोकने के लिए तथा सांप्रदायिक सद्भाव बनाने के लिए 1 सप्ताह तक इंदौर में अभियान चलाया जाए और 7 सितंबर को इंदौर में बड़ा सद्भावना सम्मेलन आयोजित किया जाए। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए माकपा नेता सुभाषिनी अली तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी 7 सितंबर को इंदौर आएंगे।

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