कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है प्रियंका गांधी का लखनऊ दौरा

नई दिल्ली। चुनावी तैयारियों के सिलसिले में कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी दो दिनों के दौरे पर आज लखनऊ पहुंची। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसमें चुनावी तैयारियों का जायजा लेने से लेकर संगठन का बूथ स्तर पर जारी निर्माण और इसके साथ ही सूबे में चल रहे नये कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के अभियान की वह समीक्षा करेंगी।

संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि कल यानि 10 सितंबर को उनकी सलाहकार कमेटी और चुनाव कमेटी के साथ बैठक होगी। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पर मंथन होगा। वैसे तो पार्टी ने अभी तक यही तय किया हुआ है कि वह चुनाव में अकेले ही जाएगी। और इस सिलसिले में पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का बयान भी आ चुका है। लेकिन जानकारों के एक हिस्से का कहना है कि पार्टी सपा के साथ गठजोड़ में भी जा सकती है। हालांकि इसको लेकर सूबे से जुड़े नेताओं ने अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है। वैसे पार्टी नेतृत्व का पूरा जोर संगठन को अपने पैर पर खड़ा करने पर है।

बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी इस दौरे में जिले तक की स्थिति का जायजा लेंगी। कहा तो यहां तक जा रहा है कि वह जिलावार समीक्षा करेंगी और उसमें रह गयी कमियों और कमजोरियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी।

इस मामले में पूरा जोर निचले स्तर पर चलने वाले अभियानों पर होगा। पिछले दिनों जो अभियान चलाए गए उनकी क्या स्थिति है। और आगे के संभावित अभियानों पर सूबे के नेताओं के साथ वह बातचीत करेंगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक संगठन निर्माण की प्रक्रिया में अब तक कुल 8134 न्याय पंचायतों में संगठन का निर्माण हो चुका है और उसमें अध्यक्ष भी बना दिए गए हैं। जिसमें कुल 1 लाख 70 हजार पदाधिकारी बनाए गए हैं। यह संख्या अपने आप बताती है कि पार्टी ने संगठन निर्माण की दिशा में कितना गहन अभियान संचालित किया है। इस बीच अभी संगठन के निर्माण की प्रक्रिया जारी है। सूबे के संगठन सचिव अनिल यादव ने बताया कि 58 हजार ग्राम सभाओं में ग्राम सभा अध्यक्ष बना दिए गए हैं। इसके साथ ही इन ग्राम सभाओं में कमेटियों के निर्माण का काम अभी जारी है।

इस बीच पार्टी ने सूबे के स्तर पर प्रशिक्षण से पराक्रम अभियान संचालित किया हुआ है। दरअसल पार्टी का मानना है कि इस बीच जो नये कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं उनको पार्टी की विचारधारा पर खड़ा किए बगैर संगठन निर्माण का काम अधूरा रहेगा। इसी लिहाज से उसने कार्यकर्ताओं को राजनैतिक और वैचारिक तौर पर प्रशिक्षित करने का अभियान छेड़ा है। कई जिलों में इस तरह के शिविर लगे हैं। और आने वाले दिनों में इस काम को सभी जिलों में संपादित किया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि प्रियंका गांधी इसकी केंद्रीय रूप से निगरानी कर रही हैं। इतना ही नहीं वह कई प्रशिक्षण शिविरों को संबोधित भी कर चुकी हैं।

कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक 25 हजार पदाधिकारियों के प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया गया है। और कुल 2 लाख पदाधिकारियों के प्रशिक्षण का लक्ष्य है। इस दौरे में प्रियंका गांधी सूबे में अगले एक महीने में चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार करवाएंगी।

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