पटना संग्रहालय की रक्षा के लिए राहुल सांकृत्यायन की बेटी जया ने सीएम नीतीश कुमार को भेजा पत्र

पटना। महापंडित राहुल सांकृत्यायन की पुत्री जया सांकृत्यायन ने पटना संग्रहालय के अस्तित्व की रक्षा के लिए बिहार के मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल और मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।

पटना संग्रहालय की हिफाजत के लिए 2017 में पटना संग्रहालय बचाओ अभियान को देश के प्रसिद्ध इतिहासकारों का समर्थन प्राप्त हुआ था। राहुल सांकृत्यायन पटना संग्रहालय में पुरातत्वों के दानदाता, संवर्धक व उद्धारक थे। राहुल सांकृत्यायन की पुत्री जया सांकृत्यायन के द्वारा 2017 में मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र की वजह से सभी पुरातत्वों के गैर-कानूनी तरीके से स्थानांतरित होने के बावजूद राहुल सांकृत्यायन गैलरी और उनके द्वारा तिब्बत से लाए गए पांडुलिपि पटना संग्रहालय में सुरक्षित हैं।

अब बिहार सरकार पटना संग्रहालय को सोसायटी एक्ट से स्थापित बिहार संग्रहालय के अधीन करने जा रही है। राहुल सांकृत्यायन की पुत्री ने पुनः दानदाता परिवार की ओर से आपत्ति जताई है।

काशी प्रसाद जायसवाल पटना संग्रहालय के संस्थापक थे तो राहुल सांकृत्यायन पटना संग्रहालय के संवर्धक थे। राहुल सांकृत्यायन ने पटना संग्रहालय को जो अमूल्य पुरातत्व दान में दिए, उसका सबूत पटना संग्रहालय के दस्तावेजों में 1933 से 1956 तक दर्ज है। ब्रिटिश सरकार चाहती थी कि राहुल सांकृत्यायन के द्वारा साहसिक एवं खोजी यात्रा के बाद तिब्बत से लाई गई पांडुलिपियों को लंदन स्थित ब्रिटिश म्यूजियम या ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में रखा जाए।

राहुल सांकृत्यायन ने उन अमूल्य पांडुलिपियों व पुरातत्वों को पटना संग्रहालय को दान दिया। दानदाता परिवार की आपत्ति की वजह से तमाम पुरातत्वों के बिहार संग्रहालय स्थानांतरित होने के बावजूद राहुल सांकृत्यायन गैलरी पटना संग्रहालय में अब तक कायम है।

इस विषमकाल में बिहार और देश के बुद्धिजीवियों, इतिहासप्रेमियों, राहुल सांकृत्यायन के सुधि प्रशंसकों की भूमिका अपेक्षित है।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

Janchowk
Published by
Janchowk