यूपीः किसानों के पक्ष में सड़क पर उतरे अखिलेश, पुलिस ने रोका तो बैठे धरने पर

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव काफी दिनों बाद आज किसी आंदोलन के मद्देनजर सड़क पर नजर आए। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने किसान यात्रा का आह्वान किया था। प्रशासन ने उन्हें पार्टी कार्यालय जाने से रोक दिया। बाद में वह कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर धरने पर बैठ गए। इससे पहले पुलिस ने उनके घर से कार्यालय तक दो स्तरीय बैरिकेडिंग कर दी थी। इसके विरोध में उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के घर के आसपास की सड़कों पर बैरीकेडिंग लगा दी गई थी। इन रास्तों पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। अखिलेश यादव ने किसान यात्रा निकालने का आह्वान किया था। इस यात्रा में शामिल होने से अखिलेश को रोकने के लिए ही उन पर इस तरह की पाबंदी लगाई गई थी। अखिलेश यादव के आवास विक्रमादित्य मार्ग से लेकर पार्टी के प्रदेश कार्यालय तक डबल बैरिकेडिंग की गई थी।

काले कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश के किसानों में उबाल है। 12 दिन से किसानों ने दिल्ली को घेर रखा है। यही नहीं कई प्रदेशों में भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार की तरफ से सकारात्मक रुख न मिलने की वजह से किसानों ने कल 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस, वाम दलों, आप, शिवसेना, एनसीपी समेत कई अन्य दलों ने भारत बंद का समर्थन किया है। किसानों के समर्थन में अखिलेश यादव ने भी किसान यात्रा निकालने का एलान किया था। आज सोमवार को उन्होंने ट्वीट किया, ‘कदम-कदम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जा। ये जंग है जमीन की, अपनी जान भी लगाए जा।’

इस बीच पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने अखिलेश यादव को रोके जाने के खिलाफ ट्वीट किया। उन्होंने लिखा है, ‘श्रीकृष्ण तो न्याय का पर्याय हैं, बैरिकेडिंग, बलप्रयोग, सत्ता का दुरुपयोग कर के न तब बंधक बना पाए थे, न अब बना पाएंगे। उनकी (अखिलेश) सेना शांतिपूर्ण तरीके से अन्याय अराजकता के हर स्तंभ को ध्वस्त करेगी। अब रोक नहीं पाएंगे उनको।’

सपा विधायक डॉ. बृजेंद्र यादव ने भी खुद को नजरबंद किए जाने के बारे में फोटो समेत ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ‘सुबह अपने आवास से किसान यात्रा के लिए निकलते ही पुलिस प्रशासन ने मुझे घर पर ही नजरबंद कर दिया है। तानाशाही सरकार समाजवादीयों को गिरफ्तार कर उन्हें किसानों का साथ देने से नहीं रोक पायेगी।’

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया है कि कार्यकर्ताओं को थानों पर बैठाया जा रहा है। उन्हें घरों पर रोका जा रहा है। सपा ने ट्वीट किया है, ‘BJP सरकार में किसानों से अन्याय एवं किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ सपा की ‘किसान यात्रा’ से डरी सत्ता इसे रोकने के लिए समाजवादियों का दमन कर रही है। गैरकानूनी तरीके से पुलिस थानों में उन्हें बुला कर, घरों पर जा कर रोक रही है, घोर निंदनीय! किसान, नौजवान दंभी सत्ता को देंगे जवाब।’

एक अन्य ट्वीट में सपा ने कहा है, ‘समाजवादियों को गिरफ़्तार कर उन्हें किसानों का साथ देने से नहीं रोक पाएगी दंभी सरकार! समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता, नेता अपने अपने गृह जनपदों में किसान यात्रा को जारी रखें।’

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