ताली-थाली के बाद अब मोदी राज में कोरोना वारियर्स को लाठी!

जिन स्वास्थ्यकर्मियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना-वॉरियर्स की उपाधि देकर देश भर से उनके लिए ताली थाली बजवाई थी उन्हीं कोरोना वॉरियर्स को कल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शिवराज की पुलिस ने लाठी से मार मारकर लहूलुहान कर दिया। क्योंकि ये स्वास्थकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर मानवता की सेवा करने के एवज में अपना अधिकार मांग रहे थे, नौकरी मांग रहे थे।

बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना काल के दौरान बड़े पैमाने पर स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती हुई थी। ये भर्ती कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर हुई थी। अब इनकी ज़रूरत नहीं रही तो इनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। इन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्यकर्मी प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को भी स्वास्थ्यकर्मियों ने भोपाल में प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन में प्रदेश भर के कोविड-स्वास्थ्य संगठन की ओर से नीलम पार्क में करीब 1200 फार्मासिस्ट, नर्स एकत्रित हुए थे। प्रदर्शन के दौरान स्वास्थ्यकर्मी वहां से हटने को तैयार नहीं थे। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। पुलिस लाठीचार्ज में 15 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी ज़ख्मी भी हुए हैं। इसमें कई महिला स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैं।  जबकि 47 स्वास्थ्यकर्मियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान अप्रैल महीने में पूरे प्रदेश में 6213 कर्मचारियों की भर्ती हुई थी। इसमें स्टॉफ नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट समेत अन्य स्टॉफ शामिल हैं। अब उनसे कहा जा रहा है कि आपका कांट्रैक्ट 31 दिसंबर तक ही था।  

पुलिस प्रशासन का पक्ष

पुलिस का कहना है कि इन्हें सिर्फ एक दिन के लिए ही अनुमति दी गई थी। उसके बावजूद ये लोग वहां डटे हुए थे। भोपाल एएसपी ने कहा कि ये लोग वहां 4 दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा दिया गया है। लेकिन बिना अनुमति लोग वहां बैठे थे। जब हम लोगों ने हटाने की कोशिश की तो पुलिस पर अटैक कर दिया। उसके बाद कार्रवाई की गई है।

भोपाल के एएसपी ने कहा है, “वे पिछले 4 दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे और स्वास्थ्य मंत्री और सांसद से मिले थे। उनकी मांगों को सीएम को भेज दिया गया। फिर भी वे बिना अनुमति के विरोध कर रहे थे। उन्हें गिरफ्तारी के लिए कहा गया, उनमें से कुछ ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की और एक पुलिस वाला घायल हो गया। गिरफ्तारी के लिए न्यूनतम पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया।”

कमलनाथ ने की कड़ी निंदा

कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ़ सरकार और पुलिस प्रशासन के बर्बर और कृतघ्न व्यवहार की निंदा करते कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोषी पुलिस वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों पर लाठीचार्ज का वीडियो साझा करते हुए एक के बाद एक तीन ट्वीट करके लिखा है, “जहाँ एक तरफ़ विश्व भर में कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जा रहा है, उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ़ मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार उन पर बर्बर तरीक़े से लाठियाँ बरसा रही है, यह घटना बेहद निंदनीय व मानवीयता व इंसानियत को शर्मसार करने वाली। कोरोना की इस भीषण महामारी में अपनी जान जोखिम में डाल सेवाएँ देने वाले कोरोना वारियर्स भोपाल में अपनी जायज़ माँगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे तब उन्हें न्याय दिलवाने की बजाय उन पर बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया गया। जो सम्मान के हक़दार उनसे अपराधियों की तरह व्यवहार?

लाठीचार्ज के दोषियों पर तत्काल कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और इनकी माँगों पर तत्काल सहानुभूति पूर्ण निर्णय लिया जावे।”

नरेंद्र मोदी ने बजवाया था ताली थाली

19 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों से अपील किया था कि लोग 22 मार्च की शाम 5 बजे पांच मिनट तक स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में ताली थाली बजाएं।

और इतना ही नहीं 22 मार्च को फिर ट्वीट करके नरेंद्र मोदी ने ताली थाली प्रोजेक्ट की पूर्ति पर ट्विटर पर आकर थैंक्यू भी कहा था। लेकिन अब उन्हीं कोरोना वॉरियर्स को दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकालकर बाहर फेंका जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन हैं।

(जनचौक के विशेष संवदादाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

सुशील मानव
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