नई दिल्ली। अमृतसर रेल हादसे पर शुरू हुई राजनीति ने मामले से जुड़ा एक वीडियो सामने आने के बाद बिल्कुल नया मोड़ ले लिया है। इस वीडियो में आयोजक लोगों को बगल से गुजरने वाली रेल की पटरी और उसकी ट्रेनों के बारे में चेतावनी देते हुए देखे जा सकते हैं। गौरतलब है कि दशहरा कार्यक्रम में पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉक्टर नवजोत कौर सिद्धू हिस्सा ले रही थीं। और उसी दौरान ये हादसा हुआ। इसमें आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 60 लोगों की मौत हुई है जबकि गैरआधिकारिक आंकड़े मौतों की संख्या इससे ज्यादा बताते हैं।
रावण के पुतले के दहन के ठीक पहले शूट किए गए इस वीडियो में बिल्कुल साफ-साफ देखा जा सकता है कि आयोजक डॉ. नवजोत कौर को संबोधित करते हुए अपने भाषण में कहते हैं कि “मैडम (नवजोत कौर) वहां देखिए! ट्रैक (रेल) पर लोग, बिल्कुल निडर हैं! यहां तक कि अगर 500 ट्रेनें गुजर जाएं तो भी 5000 लोग रेलवे ट्रैक से ही देखेंगे।”
“दि क्विंट” पोर्टल के मुताबिक वीडियो वायरल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने नवजोत कौर और आयोजकों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “ये लापरवाही माफी के योग्य नहीं है…..आयोजकों के खिलाफ सामूहिक हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।”
विवाद बढ़ने के साथ ही डॉ. नवजोत कौर ने एएनआई को बताया कि लोगों को वाल से हटने के लिए बहुत सारी घोषणाएं की गयी थीं। उन्होंने कहा कि “लोगों को मैदान में आने के लिए चार-पांच बार घोषणाएं की गयी थीं।”
उन्होंने कहा कि “मेरे आने से पहले मुझे बताया गया था कि वहां लोगों को रेलवे ट्रैक से दूर रहने और बाउंड्री वाल से भीतर आने के लिए बहुत बार घोषणाएं की गयीं। लेकिन लोगों पर उसका कोई असर नहीं पड़ा।”
उन्होंने इसमें आगे जोड़ा कि “आपने लोगों के लाइव वीडियो देखे होंगे जिन्हें वो खड़े होकर रिकार्ड कर रहे थे। तभी तेज ट्रेन आयी और एक सेकेंड के भीतर ये हादसा हो गया।”
एक दूसरे वीडियो में आयोजकों को व्यंग्य के साथ लोगों को ट्रैक से दूर रहने की चेतावनी देते हुए देखा जा सकता है। आयोजक ने वहां इकट्ठी भीड़ को स्टेज से बताया कि “जो लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं उन्हें ट्रेनों के आने-जाने का समय पता है। वो जानते हैं कि कौन ट्रेन कितने बजे आएगी। फिर भी ट्रेन आने से पहले आप से नहीं पूछेगी। इसलिए हमें सावधान रहना होगा।”
पंजाब सरकार ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी है और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।