बदायूं हत्याकांड: दो मासूमों के कत्ल का राज क्या आयेगा सामने?

नई दिल्ली/बदायूं। बदायूं की बाबा कॉलोनी में मातम का माहौल है। चारों तरफ सन्नाटा पसरा है। कॉलोनी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद हैं। गुरुवार को भी दिनभर पीड़ित परिवार के घर पर आने-जाने वालों का तांता लगा है। लेकिन घटनास्थल पर मौजूद हजारों लोगों की भीड़ भी वहां के सन्नाटे को तोड़ने के लिए अपर्याप्त है। हर किसी की जुबान पर बस एक ही सवाल है, आखिर दो-दो मासूमों के कत्ल के पीछे की वजह क्या है?  

तीसरे दिन भी इस जघन्य कृत्य के पीछे की हकीकत का खुलासा नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि दोनों भाइयों का बड़ी बेरहमी से कत्ल किया गया था। आयुष के शरीर पर 14 और अहान के शरीर पर नौ घाव मिले हैं।

पहले हम घटना को सिलसिलेवार देखते हैं फिलहाल पहले दिन से ही मीडिया रिपोर्ट, पुलिस के बयान और मृतक के परिजनों के बयान ने मामले को काफी उलझा दिया है। किसी भी घटना के पीछे कुछ कारण होते हैं। लेकिन दो मासूमों के कत्ल में जल्लादों को भी पीछे छोड़ने वाले साजिद ने ऐसा क्यों किया, अभी तक साफ नहीं हो पाया है।

बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार रात करीब आठ बजे ठेकेदार विनोद सिंह के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या का मामला सामने आया। घटना का प्रत्यक्षदर्शी दोनों मृतकों का 10 वर्षीय भाई पीयूष है। पीयूष ने देखा कि साजिद उसके भाई का गला रेतकर हत्या कर रहा है। नीचे उसकी मां संगीता साजिद को भागते हुए देखा, साजिद के हाथ और मुंह में खून लगा था।  

घटना के दिन विनोद सिंह लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी में थे। वह काम के सिलसिले में विगत 15 दिनों से मोहम्मदी में थे।  जनचौक से बातचीत में विनोद सिंह कहते हैं कि “साजिद ने मुझे फोनकर कहा कि उसकी पत्नी बीमार है उसे 5 हजार रुपये चाहिए। मैंने उससे कहा कि घर जाकर ले लो।”

वह कहते हैं कि “मेरे बच्चों की हत्या की योजना वह पहले ही बना चुका था। पैसे का बहाना लेकर वह मेरे घर आया। मेरी पत्नी पैसा लेने अंदर गयीं तो वह बहाने से ऊपर पहुंच गया। वहीं पर दोनों बेटों का कत्ल कर दिया। मेरा बीच वाला बच्चा अपने दोनों भाइयों का कत्ल होते देख भागकर नीचे आया।”

वह कहते हैं कि उससे मेरा कोई संबंध नहीं था। सिवाय इसके कि समय-समय पर उसके सैलून में बाल कटाने जाते थे। वह अपनी पत्नी को गर्भवती औऱ बीमार बताकर बहाने से मेरे घर आया, और छत पर खेल रहे मेरे बच्चों का कत्ल कर दिया। मीडिया वाले झूठ फैला रहे हैं कि मेरे घर उसका आना-जाना था। हां, सड़क क्रास करके उसकी सैलून थी।

पुलिस ने मंगलवार रात को एनकाउंटर में साजिद को मार गिराया। गुरुवार को बरेली से दूसरे भाई जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जावेद अपने को निर्दोष बता रहा है। लेकिन बच्चों की मां संगीता कहती हैं कि साजिद और जावेद साथ-साथ आए थे। हत्या के बाद जावेद ही साजिद को बाइक पर बैठाकर भागा था।

संगीता ने कहा कि “हत्याकांड को अंजाम देने के बाद साजिद ने किसी को कॉल किया था। पुलिस उसकी कॉल डिटेल निकलवाए और पता करे कि आखिर उसने किससे फोन पर बात की थी।”  

फिलहाल साजिद ने विनोद से जो-जो कहा था वह गलता निकला। साजिद की पत्नी सना न तो गर्भवती है और न ही बीमार। वह 15 दिनों से अपने मायके में है। वहीं साजिद की दादी उसके ऊपर कुछ ऊपरी हवा का असर था। जबकि जावेद कहता है कि जो कुछ किया साजिद ने किया है। उसका इस घटना से कोई संबंध नहीं है।

स्थानीय स्तर पर अभी भी तनाव है। दो बच्चों की हत्या के बाद भीड़ भी आक्रोशित हुई। भीड़ ने आगजनी कर तोड़फोड़ भी की। बदायूं के रहने वाले सुरेंद्र सिंह यादव कहते हैं कि “दो बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या से पूरा बदायूं दहल गया है। चुनाव का माहौल है। ऐसे में यह और संवेदनशील हो जाता है। मामले को सही तरीके से नहीं हैंडल किया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है।”

बदायूं डबल मर्डर केस में अबतक साजिद ने दो बच्चों की हत्या क्यों की, इसका कारण पता नहीं चल पाया है। जावेद की गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड में बड़ा खुसाला होने की उम्मीद थी। लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। हत्यारे के परिजन साजिद को लेकर तरह-तरह के बयान दे रहे हैं। जावेद कह रहा है कि साजिद को बच्चों से नफरत थी। तो उसके चाचा कयामुद्दीन का कहना है कि गुस्से में वह पागल हो जाता था। वहीं उसकी दादी का कहना है कि साजिद के ऊपर ऊपरी हवा का असर था। हत्या किस हथियार से की गयी उस पर भी दो तरह की बातें आ रही हैं। पहले ये बात सामने ई कि अस्तुरा से हत्या की गयी। अब यह कहा जा रहा है कि अस्तुरा और चाकू, दोनों का प्रयोग किया गया है।

पुलिस भी भी तक हत्या के कारणों का खुलासा नहीं कर सकी है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि साजिद के एनकाउंटर पर भी सवाल उठने लगे हैं। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि “जावेद ने साजिद के साथ जाने का मोटिव नहीं बताया है। अभी जावेद से और पूछताछ की जानी है। जरूरत पड़ने पर उसका नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा।”

जावेद ने कहा कि साजिद बात बात में गुस्सा हो जाता था। वो पीर मजार पर जाकर बैठ जाता था। वो तीन जगहों पर अक्सर अपना वक्त व्यतीत करता था।

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