कांग्रेस महासचिव ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कहा- छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों की आवाज़ सुनो

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने CBSE की 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिख कर कहा है कि- “शिक्षा मंत्री को छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की आवाज़ को सुनना चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कोरोना महामारी के दौर में परीक्षा कराने का विरोध करती आ रही हैं और कई मौकों पर उन्होंने CBSE की 12वीं को रद्द करने की मांग दोहरायी है।

प्रियंका गांधी ने शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक को संबोधित करके लिखे अपने पत्र को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि CBSE की परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से मिले कई सुझावों से शिक्षा मंत्री को अवगत कराया है।

कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं-

1- भीड़भाड़ वाले परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने की परिस्थितियां पूरी तरह से असुरक्षित होंगी।

2- कई विद्यार्थियों ने सुझाया है कि अन्य देशों की तरह ही आंतरिक मूल्यांकन को मूल्यांकन का आधार बनाया जा सकता है क्योंकि इन परिस्थितियों में परीक्षाओं से विद्यार्थियों पर भारी मनोवैज्ञानिक दबाव है।

3- कई सारे विद्यार्थियों ने सुझाया है कि एक व्यापक रणनीति बनाकर सभी विद्यार्थियों को वैक्सीन लगाकर परीक्षाओं के लिए भेजा जाए। हालांकि इसके लिए काफी देर हो चुकी है लेकिन 2022 की परीक्षाओं के लिए यह रणनीति काम कर सकती है।

4- छत्तीसगढ़ सरकार की तरह ओपन बुक एग्जाम की विधि की संभावनाओं पर भी विचार किया जा सकता है।

5- कई विद्यार्थियों ने बताया कि वे अपने प्रियजनों एवं परिजनों को कोरोना की दूसरी लहर में खो चुके हैं और परीक्षाएं देने की हालत में नहीं हैं।

6- कई विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर के दुष्प्रभाव बच्चों पर होने का अनुमान लगाया है। इन परिस्थितियों में परीक्षाएं कराने से तीसरी लहर की आशंका और प्रबल हो सकती है।

7- कई सारे विद्यार्थी इन परिस्थितियों के चलते अवसादग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में उनको परीक्षाओं में धकेलना घोर अमानवीय होगा।

8- कुछ अभिवावकों का कहना है कि यदि सरकार इन परिस्थितियों में बच्चों को जबरन परीक्षाओं के लिए भेजती है तो किसी भी नुकसान की कानूनी जिम्मेदारी सरकार एवं सीबीएसई को लेनी होगी।

बता दें कि 23 मई को हुई उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मीडिया से कहा था कि 12वीं की परीक्षा की तारीखों पर 01 जून को निर्णय लिया जा सकता है। 

वहीं सीबीएसई 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर आज शीर्ष अदालत में भी सुनवाई हुई लेकिन कोर्ट ने मामले की सुनवाई अब 3 जून तक के लिए स्थगित कर दिया है। केंद्र की तरफ से एटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया है कि सरकार दो दिन में अंतिम निर्णय ले लेगी। इसलिए सुनवाई गुरुवार के लिए स्थगित कर दी जाए। केंद्र ने कोर्ट को दो दिन के अंदर अपने अंतिम फैसले से अवगत कराए जाने की बात कही है। 

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