आपदा को अवसर में बदलने की मोदी की अपील का असर! सतना में सिंगल यूज पीपीई किट को धोने के बाद दोबारा बाजार में जा रहा है बेचा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘आपदा को अवसर में बदलने’ की अपील को भाजपा शासित राज्यों की कंपनियों और व्यवसायियों ने कुछ ज़्यादा ही गंभीरता से लिया है। तभी तो कहीं नकली रेमडेसविर इंजेक्शन की बड़ी खेप पकड़ी जा रही है तो कहीं इस्तेमाल पीपीई किट को धो-पोछ कर दोबारा बाज़ार में बेंचा जा रहा है। 

ताजा मामला ‘शव’राज चौहान शासित मध्यप्रदेश का है। जहां सतना जिला स्थित बड़खेरा बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में सिंगल यूज PPE किट को गर्म पानी में धोकर बंडल बनाया जाता है और फिर दोबारा इस्तेमाल के लिये सतना और भोपाल के खुले बाज़ार में दोबारा PPE किट के तौर पर बेचा जा रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक PPE किट, ग्लव्स और मास्क को एक बार ही इस्तेमाल किया जाना है। इस्तेमाल के बाद इनको यहां वहां कहीं भी नहीं फेंकना है, बल्कि वैज्ञानिक तरीके से बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में नष्ट कराना है।

अतः शासन की गाइडलाइन के मुताबिक PPE किट, ग्लव्स और मास्क जैसे मेडिकल कचरे को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने के लिए बड़खेरा में इंडो वाटर बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में भेजा जाता है, लेकिन प्लांट में इन मेडिकल कचरों  को नष्ट करने के बजाय सारी गाइडलाइंस को ताक पर धरकर केवल एक बार इस्तेमाल होने के लिये निर्मित पीपीई किट को धोकर दोबारा बाज़ार में बेंचकर मुनाफ़ा कमाया जा रहा है। 

इंडो वाटर बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट प्रबंधन के इशारे पर PPE किट को गर्म पानी से धोकर बाकायदा अलग बंडल बनाकर रख देते हैं। इसके बाद गोपनीय तरीके से इन्हें बेच दिया जाता है।

लेकिन कंपनी के इस अमानवीय कृत्य का पर्दाफाश तब हुआ जब बड़खेरा गांव के एक स्थानीय युवक ने चोरी-छिपे बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट के अंदर चल रही करतूत का मोबाइल वीडियो कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो वायरल होने के बाद अब जिला प्रशासन कार्रवाई का आश्वासन देकर अपना गला बचा रहा है।

गौरतलब है कि बायो वेस्ट डिस्पोजल प्लांट के रख रखाव और देख-रेख की ​जिम्मेदारी प्रदूषण विभाग, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की होती है, ऐसे में इन तीनों विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों की उक्त कंपनी  से मिलीभगत के बिना ये अमानवीय कृत्य संभव ही नहीं है। 

वहीं वायरल वीडियो पर CMHO डॉ. अशोक कुमार अवधिया ने मीडिया में बयान देकर कहा है कि उसके बारे में बायो वेस्ट एजेंसी वाले ही बता सकते हैं। हम तो बायो वेस्ट उठाने के पैसे देते हैं।

सुशील मानव
Published by
सुशील मानव