किसान नेताओं को आ रहे हैं बात न मानने पर जान से मारने की धमकी भरे फोन

किसान यूनियनों ने आरोप लगाया है कि कल सरकार के साथ बैठक से एक दिन पहले से नेताओं को धमकी भरे और अपमानजनक फोन आ रहे हैं। किसान नेताओं ने कल सरकार के साथ हुई 11वें दौर की वार्ता के दौरान, इस मुद्दे को उठाया और दावा किया कि क्रांति किसान यूनियन के अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को फोन पर और सोशल मीडिया पर धमकी मिली है।

गुरुवार की रात डॉ. दर्शन पाल को एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने उन्हें गाली दी और कहा कि किसानों को सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए। एक किसान नेता ने कहा कि यह मुद्दा केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक में उठाया गया था, और जिस नंबर से फोन किया गया था वह दिल्ली पुलिस को दिया गया था ताकि वे फोन करने वाले का पता लगा सकें।

शुक्रवार 22 जनवरी की सुबह, जब किसान नेता रुल्लू सिंह मनसा सरकार के साथ बैठक के लिए जा रहे थे, तो दिल्ली पुलिस के एक जवान ने उनकी कार की पिछली विंड स्क्रीन को तोड़ दिया। यह बात भी बैठक के दौरान किसान नेताओं द्वारा उठाई गई थी।

वहीं दिल्ली के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “नई दिल्ली क्षेत्र में गणतंत्र दिवस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है और पुलिस कर्मचारी हर नाके पर सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं। जब उन्होंने मनसा के वाहन को रोका, तो उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। उसने खुद अपनी विंडशील्ड को तोड़ दिया और पुलिस को दोषी ठहराना शुरू कर दिया। लाइम लाइट और सहानुभूति पाने के लिए यह सिर्फ एक स्टंट है। उन्होंने कोई पुलिस शिकायत भी दर्ज नहीं की है।”

वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक किसान नेता राकेश टिकैत को कथित तौर पर सोशल मीडिया पर परोक्ष रूप से धमकी दी गई है कि जब वह वापस यूपी जाएंगे तो उन्हें परेशानी हो सकती है। टिकैत ने खुद इस मामले को रेखांकित करते हुए कहा, “ये छोटी चीजें होती रहती हैं।”

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