धनबाद के बाघमारा कोयलांचल क्षेत्र में सीआईएसएफ व कोयला चोरों के बीच झड़प में गोली लगने से चार की मौत

झारखंड के धनबाद कोयलांचल क्षेत्र बीसीसीएल ब्लॉक टू क्षेत्र के बेनीडीह मेन साइडिंग में गत 19 नवंबर की रात डेढ़ बजे सीआईएसएफ और कोयला चोरों के बीच गोली बारी हुई। दोनों ओर से लगभग 10 राउंड गोली चलने की सूचना है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जाता है कि गोली लगने के बाद प्रियतम चौहान, सज्जादा अंसारी, अताउल्लाह अंसारी, सूरज चौहान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

घटना के बाद अवैध कोयला कारोबार के लोग अपने घायल साथियों को उठा कर अस्पताल ले भागे। वहीं बाघमारा पुलिस ने घटना स्थल से कोयला चोरों की 21 मोटरसाइकिल बरामद की है।

जबकि खबर के मुताबिक कोयला चोरों की फायरिंग से जवानों की पेट्रोलिंग गाड़ी जेएच 10 सीएल 0848 नंबर की (बेलोरो) क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि चालक शंकर कुमार बाल-बाल बच गया है। सूचना पाकर बाघमारा, बरोरा, कतरास, तोपचांची व महुदा की पुलिस पहुंची। धनबाद डीएसपी अमर पाण्डेय सहित जिला बल के अतिरिक्त जवान और सीआईएसएफ टीम घटना स्थल पर कैम्प किये हुए हैं।

बावजूद इसके कोई भी घटना के बारे में आधिकारिक पुष्टि करने को तैयार नहीं है। बता दें कि गंभीर रूप से घायलों में प्रीतम चौहान, बादल रवानी, रमेश राम आदि को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि चारों के शव को पोस्टमार्टम हेतु एसएनएमएमसीएच ले जाया गया है। मुठभेड़ के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, सूचना मिलते ही बाघमारा अनुमंडल थाना की पुलिस व भारी संख्या में सीआईएसएफ के जवान पहुंचे। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

पुलिस ने साइडिंग से करीब दो दर्जन दोपहिया वाहनों को जब्‍त किया है। गोलीबारी व मौत के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। कोयला चोर अपनी बाइक को छोड़ भाग निकले। सीआईएसएफ के एक चार पहिया वाहन पर तोड़ फोड़ भी की गई है। सीआईएसएफ ने बवाल से बचने के लिये सभी शवों को मौके से हटा दिया। घटनास्थल से खून के धब्बे मिटाने का भी काम किया गया। मीडिया द्वारा सीआईएसएफ अधिकारी से सवाल पूछे जाने पर कैमरा पर हाथ डालने का प्रयास किया गया और कैमरा छीनने का भी प्रयास किया गया।

रोते-बिलखते मृतकों के परिजनों का कहना है कि पुलिस गोली मारने की बजाय लाठी भी चला सकती थी।

मृतक सज्जादा और अताउल्लाह के परिजनों ने बताया कि उनका पुत्र बेरोजगार था और कोयला लाने गया था। सीआईएसएफ टीम ने गोली मार दी है। परिजनों का कहना है कि सीआईएसएफ ने किस अधिकार के तहत गोली मारी है। अगर वे कोयला चोरी कर रहे थे तो सीआईएसएफ टीम लाठीचार्ज कर भगा सकती थी, गोली क्यों मारी?

मामले में एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि चार लोगों की मौत की बात कही जा रही है। वहीं दो लोग घायल हैं। पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू करेगी। इसके लिए एसआईटी का गठन भी किया जाएगा। 4 मृतकों में तेलोटांड़ निवासी प्रीतम चौहान, सज्जाद खान, शहजादा खान और अताउल अंसारी शामिल हैं। सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। जबकि घायलों में प्रीतम चौहान, बादल रवानी, रमेश राम अन्य शामिल हैं।

सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने बताया है कि पता चला कि रात में दर्जनों की संख्या में दोपहिया वाहनों पर सवार होकर सभी युवक कोयला चुराने के लिए साइडिंग पर पहुंचे थे। वहां युवकों व सीआईएसएफ जवानों में भिड़ंत हो गई। देखते ही देखते दोनों ओर से पहले पत्थरबाजी हुई और फिर गोली चलने लगी। करीब 30 राउंड फायरिंग हुई। सीआईएसएफ के अनुसार, उक्त साइडिंग में कोयले की लूट को रोकने की कोशिश पर धंधेबाज जवानों से उलझ गए। क्विक रिस्‍पांस टीम मौके पर पहुंची तो धंधेबाजों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। कोयला चोरों ने जवानों को घेर लिया। सीआईएसएफ ने बयान जारी कर कहा है कि कोयला चोरी रोकने के दौरान हुई मुठभेड़ में जवानों से राइफल छीनने की कोशिश की गई। जिसके कारण गोली चली और चार लोगों की मौत हो गई। यह सारे असामाजिक तत्व थे।

घटना स्थल पर पहुंचे सीआईएसएफ के डीआईजी विनय काजला ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पूरे मामले की जांच होगी, साथ ही सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम कैसे हो, इस पर भी विचार किया जाएगा। काजला ने घटना के बारे में बताया कि उनकी पेट्रोलिंग पार्टी रेलवे साइडिंग की तरफ जा रही थी, रास्ते में चार-पांच मोटर साइकिल पर लोग चोरी का कोयला ले जाते दिखे, जिसे पेट्रोलिंग पार्टी ने ललकारा तो वह बाइक छोड़ भाग गए। उसके बाद पेट्रोलिंग पार्टी साइडिंग की तरफ चली गई, वहां सब कुछ सामान्य था। साइडिंग से लौटते वक्त सीआईएसएफ ने देखा कि चालीस-पचास बाइक पर लगभग एक सौ आदमी घातक हथियार के साथ रास्ता अवरुद्ध कर खड़े हैं।

डीआईजी काजला ने कहा कि हमलावरों ने पेट्रोलिंग पार्टी के प्रभारी को गाड़ी से खींचकर उतार लिया और घसीटते हुए ले गए। इधर कुछ हमलावर गाड़ी में तोड़फोड़ करने लगे। गाड़ी में फंसे जवानों को अपनी जान और हथियार की चिंता होने लगी। हमलावरों के द्वारा छीना झपटी किए जाने के क्रम में गोली चल गई। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और दो जख्मी हो गए। गोली चलने की आवाज सुनकर साइडिंग पर तैनात जवान जब घटना स्थल की ओर दौड़े तो हमलावर वहां से भाग खड़े हुए।

काजला के अनुसार सीआईएसएफ के दो जवान जख्मी हुए हैं, वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच होगी।

बताते चलें कि इस इलाके में ही नहीं जिले के तमाम कोयलांचल क्षेत्र में अवैध कोयले का कारोबार धड़ल्ले से चलता रहा है, जिसमें स्थानीय पुलिस एवं सीआईएसएफ की मिलीभगत का आरोप भी लगता रहा है। इसी क्रम में अवैध रूप से कोयला की चोरी के लिए 19 नवंबर की रात दर्जनों ग्रामीण और मजदूर इस माइनिंग क्षेत्र में पहुंचे थे। इस दौरान कोयला चोर और सीआईएसएफ के बीच हिसंक झड़प हो गई जिसके बाद सीआईएसएफ द्वारा ताबड़तोड़ गोली चलाने से चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना के बाद स्थानीय बाघमारा पुलिस के साथ ही मीडियाकर्मी भी मौके पर पहुंचे। इस बीच सीआईएसएफ ने चारों शवों को मौके से हटवा दिया। वहीं मीडियाकर्मियों के सवाल किए जाने पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा कैमरा छीनने का प्रयास किया गया। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं सीनियर अधिकारी पूरे मामले की जाँच पड़ताल मे जुट गए हैं।

(झारखंड से वरिष्ठ पत्रकार विशद कुमार की रिपोर्ट।)

विशद कुमार
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