सारकेगुड़ा मुठभेड़ मामले में आदिवासियों ने घेरा थाना, दोषियों के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर हिमांशु कुमार बैठे अनशन पर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शुक्रवार को सारकेगुड़ा मुठभेड़ मामले में न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट आने के बाद आज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार और सोनी सोरी के साथ बासागुड़ा थाने पहुंच गए। वहां पहुंचकर ग्रामीण तात्कालीन सीएम रमन सिंह, आईबी चीफ, बस्तर आईजी, बीजापुर एसपी समेत 190 जवानों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद ग्रामीण भड़क गए और थाने के बाहर ही हंगामा शुरू कर दिया। मांगें तत्काल न मांगी जाने पर गांधीवादी हिमांशु कुमार ने अनशन शुरू कर दिया।

थाने की तरफ ग्रामीणों के साथ जातीं सोनी सोरी।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित तत्कालीन अधिकारी व अन्य जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बासागुड़ा थाने के बाहर एकत्र हो गए हैं। ये ग्रामीण सारकेगुड़ा फर्जी मुठभेड़ मामले में इन सभी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। थाने के बाहर ही धरने पर बैठे ग्रामीण भजन गा रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि शासन से निर्देश मिलने के बाद ही इस संबंध में आगे की कार्रवाई होगी।

बासागुड़ा थाने के बाहर ग्रामीणों ने ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाना शुरू कर दिया है। इस बीच दिल्ली से आए सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार और सोनी सोरी सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए अभी एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं। वहीं एसडीओपी विनोद मिंज का कहना है कि मामले में शासन को पत्र भेजा जाएगा, जो निर्णय आएगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

ज्ञापन देते ग्रामीण।

जून 2012 में बीजापुर के सारकेगुड़ा में सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ का दावा किया गया था। इस मुठभेड़ में 17 नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया गया था, लेकिन सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें ग्रामीण आदिवासी बताया था। लगातार विरोध के बाद तत्कालीन सरकार ने न्यायिक जांच आयोग गठित की। जांच आयोग ने इसी नवंबर महीने में अपनी रिपोर्ट सौंप दी। न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा बलों की एकतरफा कार्रवाई में 17 आदिवासी मारे गए। इसी रिपोर्ट को आधार बनाकर कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की है।

(रायपुर से जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)

तामेश्वर सिन्हा
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