जेपी विरासत बचाओ संघर्ष समिति की अपील, सर्व सेवा संघ मामले में राज्यपाल करें हस्तक्षेप

नई दिल्ली। जेपी विरासत बचाओ संघर्ष समिति ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन सौंपकर वाराणसी के सर्व सेवा संघ परिसर को बचाने की अपील की है। समिति ने राज्यपाल से मांग की है कि काशी कॉरिडोर के वर्कशाप के लिए 2 दिसंबर 2020 से वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा कब्जा किए गए जमीन को मुक्त किया जाए। दूसरा, 15 मई 2023 को गांधी विद्या संस्थान के भवनों को वाराणसी कमिश्नर द्वारा जबरन कब्जा करके इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र को सौंप दिया गया, जो कि कमिश्नर के क्षेत्राधिकार का उल्लंघन है। इस आदेश को वापस लिया जाए। तीसरा, सर्व सेवा संघ द्वारा 63 साल पहले खरीदी गयी जमीन को रेलवे ने फर्जी और कागजातों को कूटरचित बताकर जयप्रकाश नारायण, विनोबा भावे, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जगजीवन राम, लाल बहादुर शास्त्री और राधाकृष्ण बजाज का अपमान किया है। रेलवे की इस शिकायत पर संज्ञान लिया जाना और मुकदमा दर्ज करना दुखद एवं हास्यास्पद है। इस शिकायत को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। समिति ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल से जेपी विरासत को बचाने के लिए मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है।

गांधी स्मारक निधि के लाल बहादुर राय कहते हैं कि “ सन 1962 में जय प्रकाश नारायण ने यहां पर गांधी विद्या संस्थान को स्थापित किया था। संस्थान का मूल उद्देश्य गांधी के आदर्श विचारों एवं उनके कार्यों तथा क्रियाकलापों के विषय में पठन-पाठन तथा शोध के साथ साथ-साथ उन्हें देश-विदेश मे पहुंचाना था। विश्वविख्यात अर्थशास्त्री एवं समाज विज्ञानी डॉ. ई. एफ. शूमाकर इस संस्थान से जुड़े रहे हैं।”

सर्व सेवा संघ की पुतुल कहती हैं कि पिछले कुछ वर्षों से निहित स्वार्थी तत्व एवं गांधी विचार विरोधी व्यक्तियों ने सरकारी अनुकूलता एवं समर्थन पाकर गैर-कानूनी तरीके से संस्थान को हड़पने का प्रयास कर रहे हैं।

गांधी विद्या संस्थान पर कब्जे के बाद सरकार और सर्व सेवा संघ की यह लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। पहले परिसर में स्थित कुछ भवनों पर कब्जा किया गया। अब पूरे परिसर को ही सर्व सेवा संघ द्वारा अतिक्रमित बताकर बुलडोजर से गिराने की साजिश रची जा रही है। रेलवे ने सर्व सेवा संघ के ध्वस्तीकरण का नोटिस भी चस्पा कर दिया है। मोदी सरकार सर्व सेवा के अस्तित्व को ही मिटाना चाहती है।

वाराणसी जिला प्रशासन ने न केवल गांधी विद्या संस्थान का ताला तोड़कर भवनों पर कब्जा किया है बल्कि परिसर में स्थित जेपी प्रतिमा तक जाने के मार्ग भी अवरूद्ध कर दिया है। शासन-प्रशासन के अवैध कब्जे और गैर-कानूनी कृत्य के विरोध में गांधी जन 15 मई से ही परिसर में सत्याग्रह कर रहे हैं।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments