हरियाणा में जले रावण की जगह मोदी के पुतले, सड़क पर फूटा किसानों का गुस्सा!

भिवानी\पानीपत। कृषि कानूनों का निरंतर विरोध जारी है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और मजदूर संगठनों ने कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन किया और मोदी सरकार का पुतला फूंका। कई स्थानों पर पुलिस से झड़प भी हुई। भिवानी जिले के तोशाम हलके में पुलिस ने किसान सभा की पूरी ब्लॉक इकाई को गिरफ्तार कर लिया। पानीपत में पुलिस ने सीटू दफ्तर का घेराव कर रखा था। वहां पुलिस ने पुतले को अपने कब्जे में ले लिया। किसान सभा और सीटू कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।

अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू और दूसरे किसान-मज़दूर संगठनों की संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर भिवानी जिले के तोशाम ब्लॉक के किसान सभा के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री का पुतला फूंकने की तैयारी कर रहे थे। तभी उन्हें मीरान चौक से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार कर तोशाम थाने में लाए गए लोगों में किसान सभा के ब्लॉक प्रधान कर्ण सिंह, ब्लॉक सचिव मास्टर रघबीर सिंह, रणधीर सीढान, मनजीत, ज़िले सिंह मीरान, हुकम सिंह मीरान और ओमप्रकाश मीरान शामिल हैं। किसान सभा के भिवानी के सचिव बलबीर ठाकान को भी पुलिस ने हिरासत में ले रखा है।

उधर, पानीपत सीटू के कार्यालय में चल रही किसान-मजदूर कार्यकर्ताओं की सभा को पुलिस ने चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने कहा कि न तो प्रदर्शनकारियों को पुतला फूंकने दिया जाएगा और न ही उन्हें दफ्तर से बाहर निकलने दिया जाएगा। किसान-मजदूर नेताओं ने इस बात का विरोध किया। बाद में दफ्तर के अंदर ही सरकार का पुतला फूंकने की रणनीति बनाई गई। पुलिस ने दफ्तर में घुसकर पुतला छीन लिया। किसान-मजदूरों ने रोड पर आ कर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

वक्ताओं ने कहा कि देश के अंदर अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। पुलिस-प्रशासन की तानाशाही से यह संघर्ष रुकने वाला नहीं है। प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान सभा के नेता कॉ. मामचंद, सुरेश दहिया, राज्य प्रधान भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता, हरियाणा मजदूर संगठन सीटू राज्य सचिव सुनील दत्त, एटा जिला अध्यक्ष पवन सैनी एडवोकेट, रणधीर सिंह, पानू प्रधान किसान मजदूर संयुक्त यूनियन बलबीर सिंह कवि, ब्लॉक प्रधान भारतीय किसान यूनियन मत लोड़ा प्यारा सिंह, भीम सिंह नांदल, नवीन, गुलाब सिंह, कृष्ण कुमारी, अशोक पवार सनोवर राणा भूपेंद्र सिंह आदि किसान मजदूर नेताओं ने किया।

किसान सभा की हरियाणा राज्य कमेटी ने भिवानी के कई स्थानों पर किसान सभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने की कड़ी निंदा की है। उल्लेखनीय है कि आज प्रदेश भर में किसान संगठनों द्वारा कृषि के तीनों कानूनों, कॉरपोरेट घरानों और भाजपा नेताओं के पुतले जलाने का कार्यक्रम रखा था। पुतला दहन से पहले ही पुलिस ने सिवानी में किसान सभा के राज्य सह सचिव दयानंद पूनिया, बहल में किसान सभा के सह सचिव बलबीर ठाकन, तोशाम और भिवानी में किसान सभा तथा भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

किसान सभा के वरिष्ठ नेता इंद्रजीत सिंह, राज्य कार्यकारी सचिव सुमित सिंह और राज्य उपाध्यक्ष प्रीत सिंह ने मीडिया से कहा कि भाजपा-जजपा गठजोड़ सरकार तेजी से बढ़ते जन प्रतिरोध के कारण बुरी तरह से बौखला गई है। उन्होंने हिरासत में लिए गए सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किए जाने की मांग की।

इस अवसर पर इंद्रजीत सिंह ने प्रधानमंत्री के शुक्रवार को बिहार की चुनाव सभा में दिए गए बयान की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें उन्होंने कहा है कि हाल में चल रहे आंदोलन किसानों के नहीं बल्कि बिचौलियों  और लुटेरों हितों के लिए चलाए जा रहे हैं। इस प्रकार के घोर आपत्तिजनक बयान न केवल किसानों के लिए अपमानजनक हैं, बल्कि इनसे प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को भी गहरी चोट पहुंची है।

किसान सभा नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कृषि के तीनों कानूनों का इतना व्यापक विरोध होने के बावजूद इन पर पुनर्विचार न करना इसके तानाशाही चरित्र की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का भी यह संकल्प है कि कारपोरेट के हित में लाए गए इन काले कानूनों को किसी भी हालत में अमल में नहीं आने देंगे।

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