किसान कानून पर जजपा में दो फाड़, 10 में 7 विधायक आंदोलन के साथ

जननायक जनता पार्टी के दस में से 7 विधायक किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े हो गए हैं। इससे पार्टी में किसान आंदोलन को लेकर दो फाड़ हो गए हैं। आईएनएलडी के विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर कहा है कि अगर केंद्र 26 जनवरी तक अपने तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो इस पत्र को विधानसभा से विधायक के तौर पर मेरा इस्तीफा माना जाना चाहिए।

उसके बाद जजपा अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार दोपहर दो बजे अपने विधायकों के साथ बैठक की थी। दुष्यंत चौटाला के आवास पर हुई जेजेपी की बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह, डॉ. केसी बांगड़, राज्य मंत्री अनूप धानक, विधायक जोगीराम सिहाग, देवेंद्र बबली समेत कई विधायक मौजूद रहे। इसमें किसान आंदोलन और मौजूदा राजनीतिक माहौल पर चर्चा हुई। इस बैठक के बाद मंगलवार की शाम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

हरियाणा सरकार में भाजपा-जजपा के बीच अंदरखाने दरार पैदा हो गई है। सूत्रों के अनुसार अगर आंदोलन का जल्द कोई रास्ता नहीं निकलता है, तो दुष्यंत अपनी पार्टी को बचाने के लिए राजग से नाता भी तोड़ सकते हैं। ऐसे में दुष्यंत ने पहले मुख्यमंत्री के साथ मिलकर अमित शाह को सारी स्थिति से अवगत कराया और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की है।

जजपा नेता और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगभग एक घंटे की मुलाकात में उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराया है। इसके पहले मंगलवार को चौटाला ने अपने विधायकों से चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।

गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है और यह सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी।

सरकार में भाजपा की सहयोगी जजपा किसान आंदोलन के मुद्दे पर दोफाड़ है और उसके सात विधायक किसान आंदोलन के साथ हैं। इससे परेशान चौटाला इसका जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं। कांग्रेस भी किसान आंदोलन को लेकर दबाव बना रही है, जिससे जजपा के विधायकों के टूटने का भी खतरा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा था कि किसान आंदोलन के कारण सत्तारूढ़ गठबंधन के कई विधायक अपना इस्तीफा देना चाहते हैं। इस बयान के बाद बीजेपी-जेजेपी गठबंधन में हलचल तेज हो गई है। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के 40 और जेजेपी के 10 विधायक हैं। इसके अलावा सात निर्दलीय विधायक सरकार को समर्थन दे रहे हैं।

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