महाराष्ट्र की जिस ज़मीन पर अंधविश्वास और जादू टोना जैसी धार्मिक बुराईयों से आम जन को बचाने के लिये नरेंद्र दाभोलकर ने अपनी जान दे दी उसी महाराष्ट्र में काला जादू के शक़ में 7 दलितों की मॉब लिंचिंग की गयी है। इत्तेफ़ाक की बात है कि दाभोलकर की हत्या भी 20 अगस्त को ही की गयी थी।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के जिवती तहसील के वणी खुर्द गांव में स्थानीय लोगों ने ‘काला जादू करने के शक़ में शनिवार 20 अगस्त को दो दलित परिवारों के सात सदस्यों की मॉब लिंचिंग की है। वणी खुर्द गांव तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है।
दरअसल ‘मुहर्रम’ के दौरान गांव की तीन महिलाओं के शरीर में कथित देवी आई थीं। इसके बाद गांव वालों ने इसका आरोप दलित परिवार के लोगों पर धर दिया।
और कहा कि दलितों ने उन पर जादू टोना किया है। इसके बाद कांबले और हुके इन दो परिवारों के सभी सदस्यों को गांव के चौक पर बुलाया गया। जहां पहले तो उन्हें खम्भे से बांधा गया और इसके बाद लात घूसों से उनकी पिटाई की गयी।
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक इन लोगों को लकड़ी के खंभे से बांधकर भी पीटा गया है। इन सात लोगों में से चार महिलाएं और तीन बुजुर्ग शामिल हैं। जिन लोगों की मॉब लिंचिंग की गयी है उनके नाम साहेबराव उके (48), शिवराज कांबले (74), एकनाथ उके (70), शांताबाई कांबले (53), धम्माशीला उके (38), पंचफुला उके (55), प्रयागबाई उके (64) हैं।
दलितों की मॉब लिंचिंग के इस मामले में अब तक 13 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी आरोपियों पर ‘जादू टोना’ विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज़ किया गया है। API संतोष अंबिके ने बताया है कि अगर पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती तो मामला और ज्यादा बिगड़ सकता था।”
चंद्रपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी ने शनिवार रात को मीडिया को दिये बयान में बताया है कि दो परिवारों के सात सदस्यों को स्थानीय लोगों ने गांव के एक चौक पर बुलाया और उन पर ‘काला जादू’ करने का आरोप लगाया। जब सात दलित सदस्य गांव के चौक पर पहुंचे तो लोगों ने उन पर कीचड़ फेंकना शुरू कर दिया। सातों में कुछ बुजुर्ग भी थे। बाद में भीड़ ने दो महिलाओं समेत तीन लोगों को लकड़ी के खंभे से बांधकर उनकी लाठियों से पिटाई की। जबकि वारदात के दौरान लोग तमाशबीन बने रहे। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह इन लोगों को जान बचाकर चंद्रपुर जिला अस्पताल पहुंचाया। पांच लोगों की हालत गंभीर बनी हुयी है।
चंद्रपुर के सांसद सुरेश उर्फ बालू धानोरकर ने सोमवार को यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया जहां घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। कांग्रेस नेता ने घटना की निंदा की और आरोपियों के ख़िलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)