पुरानी पेंशन की मांग पर रेल कर्मचारियों का राष्ट्रव्यापी आंदोलन, कार्यस्थलों पर किया धरना-प्रदर्शन

नई दिल्ली। पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर रेलवे कर्मचारियों ने देशभर में विभिन्न कार्यालयों के सामने धरना दिया। नार्दन रेलवे मेंस यूनियन और पुरानी पेंशन योजना बहाली संघर्ष मंच (JFROPS) के बैनर तले दिल्ली मंडल की डीआरएम ऑफिस शाखा, C&W नई दिल्ली शाखा, इंजीनियरिंग शाखा, एसएनटी शाखा व ट्रेन लाइटिंग शाखा के कर्मचारियों ने शुक्रवार को नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) का विरोध करते हुए पुरानी गारंटीड पेंशन प्रणाली की बहाली हेतु राजधानी कॉम्प्लेक्स में भोजनावकाश के समय गेट मीटिंग व रैली का आयोजन किया।

धरने को संबोधित करते हुए दिनेश भारद्वाज ने कहा कि 1 जनवरी 2004 से लागू न्यू पेंशन योजना (NPS) के दायरे में आने वाले केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन (गारंटीड पेंशन) दी जाए जो कि एक सामाजिक सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी अपना सर्वस्व देश को समर्पित कर देते हैं, उनकी सामाजिक सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है क्योंकि देश की प्रगति व उन्नति में सरकारी कर्मचारियों का अमूल्य व अतुलनीय योगदान है।

रेल कर्मियों का धरना

धरने के मंच से वक्ताओं ने भारत सरकार से इस विषय पर गहन विचार करने की अपील की और कहा कि बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन (गारंटीड पेंशन) देकर कर्मचारियों को स्वाभिमान के साथ वृद्धावस्था में जीने का अधिकार दिया जाए। वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे देश में चारों ओर आंदोलन है, युवाओं में बेतहाशा आक्रोश है क्योंकि उनका भविष्य खतरे में है। पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा यानि सोशल सिक्योरिटी है। सरकार को भी इस मसले को कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखकर हल करना चाहिए।

वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार की इसे छीनने की मंशा है तो एआईआरएफ/NRMU इसे कतई बर्दाश्त करने वाले नहीं है। आज जो लोग रिटायर हो रहे है, उन्हें 30 हजार की जगह 3 हजार पेंशन मिल रही है, जो कि AIRF व JFROPS मंच को कतई नामंजूर है। इसके लिए हम निरंतर संघर्ष कर रहे हैं और करते रहेंगे, जब तक हमारी पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती है।

मंच पर कर्मचारी नेता

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आज पुरानी पेंशन की बात पर अर्थव्यवस्था का रोना रोया जा रहा है। जबकि एक ओर नेताओं को मनमानी पेंशन दी जा रही है, वहीं कर्मचारियों के नाम पर हमें खाली खजाना दिखाया जा रहा है। सच्चाई ये है कि ये सरकार वोट की चोट से डरती है, हमें तय करना है। कर्मचारी नेताओं ने नारा दिया कि “अब देश पर वही राज करेगा, जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा।”

महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि पेंशन हमारा अधिकार है, सरकार इसे चैरिटी या चुनावी रेवड़ी समझने की भूल न करे, कि जब चाहे इसे बंद कर दे। अब ये सब चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में सरकार से लगातार वार्ता चल रही है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। लिहाजा अब राष्ट्रीय स्तर पर पुरानी पेंशन योजना बहाली संघर्ष मंच देश भर में धरना प्रदर्शन कर रहा है।

पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रदर्शन

वक्ताओं ने कहा कि अब हमारे सामने सिर्फ एक लक्ष्य है, पुरानी पेंशन को बहाल कराना। इसी में सभी कर्मचारियों को पूरी ताकत लगानी है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि एक तरफ दावा किया जा रहा है कि ये राष्ट्रवादियों की सरकार है, दूसरी तरफ कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। सरकार जायज मांगों को भी सुनने को तैयार नहीं है। अब सरकारी कर्मचारी जाग गया है। हम सब तब तक लड़ेंगे जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती है।

नेताओं ने केंद्र सरकार से अपील की कि देश के कर्मचारियों के वृद्धावस्था की सुरक्षा को देखते हुये और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ न करते हुए इस न्यू पेंशन योजना को शीघ्र वापस लिया जाय और पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए। नेताओं ने कहा कि अब OPS का मुद्दा सिर्फ़ लोकल नहीं रह गया है यह मुद्दा अब ग्लोबल हो चुका है। 700 से भी ज्यादा संगठन पुरानी पेंशन प्रणाली योजना की मांग कर रहे हैं।

रेल कर्मियों का धरना

नेताओं ने कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) रेलवे का एक मात्र संगठन है जो किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ा है यह सिर्फ मजदूरों के चंदे से चलता है और आगामी 24 अप्रैल 2023 को एआईआरएफ अपनी स्थापना के 99 वर्ष पूरे करने जा रहा है। 24 अप्रैल 2024 को यह संगठन अपने गौरवशाली 100 वर्ष पूरे करेगा। इस गौरवशाली शताब्दी वर्ष में हमारा मिशन है कि हम इसे ऐतिहासिक बनाएंगे और पुरानी पेंशन प्रणाली योजना को बहाल कराएंगे।

धरना-प्रदर्शन के अंत में धरने में शामिल सभी कर्मचारियों ने हाथ उठाकर सामूहिक संकल्प लिया कि वे सभी इस महाआंदोलन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेगें और पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाकर ही मानेंगे। कार्यक्रम के अंत में पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग करते हुए एक रैली भी निकाली गई। एनपीएस गो-बैक, गो-बैक के नारों से पूरा प्रांगण गूंज उठा।

रेल कर्मचारियों का प्रदर्शन

धरने की अध्यक्षता अरुण और संचालन हरि ओम तिवारी ने किया। इस धरना-प्रदर्शन के आयोजन में मुख्य रूप से मंडल महिला संयोजक नीना यादव, महिला नेत्री पूनम राजपूत, गुरमीत कौर, एसएनटी शाखा सचिव अमरीश शर्मा, ट्रेन लाइटिंग शाखा सचिव आई पी शर्मा समेत सैकड़ों कर्मचारी शामिल थे।

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