सोनभद्र में विकलांग माले कार्यकर्त्ता की गिरफ्तारी पर लोगों में रोष, पार्टी ने किया विरोध प्रदर्शन

लखनऊ। पुलिस दमन के खिलाफ भाकपा (माले) के राज्य व्यापी आव्हान पर आज लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लालकुआं लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर सड़क पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में झंडा, बैनर और प्ले-कार्ड लेकर दलितों- अल्पसंख्यकों पर पुलिस दमन के खिलाफ और न्याय की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री को सम्बोधित तीन सूत्रीय मांग पत्र थाना प्रभारी कैसरबाग जावेद अहमद को सौंपा।

इस अवसर पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कॉ. रमेश सिंह सेंगर ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि योगी राज पुलिस राज में तब्दील होता जा रहा है। पूरे प्रदेश में दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर सामंती और पुलिस के हमले तेज हुए हैं। उन्होंने कहा कि 05 जून को सोनभद्र जिले में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति की 47 वीं वर्षगांठ पर तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी कार्यालय पर देकर लौटे प्रतिनिधि मण्डल के सदस्य कॉ. मो. कलीम और उनकी नाबालिग पुत्री को राबर्ट्सगंज कस्बा चौकी इंचार्ज ने स्थानीय अस्पताल से उन्हें गाली देते हुए घसीट कर कोतवाली ले जाकर उनकी बर्बर पिटाई की और फर्जी मुकदमा कायम कर कॉ. कलीम को जेल भेज दिया जबकि कॉ. कलीम दो माह से फालिज़ के शिकार व्हील चेयर पर चल रहे हैं और अपने हाथों से खाना खाने तक में असमर्थ हैं।

उनके साथ पुलिस का यह सलूक बेहद संवेदनहीन, निरंकुश व बर्बर है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की कि आरोपी राबर्ट्सगंज चौकी प्रभारी योगेन्द्र सिंह को तत्काल बर्खास्त किया जाए। मो. कलीम और उनकी पुत्री व पत्नी के खिलाफ कायम फर्जी मुकदमा वापस लिया जाए और इस प्रकरण की न्यायिक जांच करवाकर पीड़ित को न्याय दिया जाए।

विरोध प्रदर्शन में पार्टी की राज्य कमेटी के सदस्य कॉ. राधेश्याम मौर्य, युवा नेता कॉ. राजीव गुप्त, ऐक्टू नेता कॉ. कुमार मधुसूदन मगन, कॉ. चन्द्रभान गुप्त, इंसाफ मंच के नेता कॉ. मो. कामिल खान एडवोकेट, कॉ. राम सेवक रावत, कॉ. राम जीवन राना, आदि मौजूद रहे।

(भाकपा माले, उत्तर प्रदेश द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित)

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