अमृतपाल सिंह खालसा पर पंजाब के सियासी दलों ने खोली जुबान

पंजाब में ‘ऑपरेशन अमृतपाल सिंह खालसा’ पर सियासत होने लगी है। शनिवार से अमृतपाल सिंह की धरपकड़ की कवायद हुई और उसके कई साथियों तथा परिजनों को हिरासत में लिया गया। चार दिनों तक सियासी खेमों में इस पर खामोशी थी। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से भी इस प्रकरण पर कुछ नहीं कहा गया। 

अब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि पंजाब में देश विरोधी ताकतों को सिर नहीं उठाने दिया जाएगा। लगभग इसी अंदाज में आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बयान दिया। बुधवार को शिरोमणि अकाली दल, बादल और कांग्रेस ने जिक्रेखास प्रतिक्रिया दी है।                                  बादलों की सरपरस्ती वाला शिरोमणि अकाली दल खुद को सिख हितों का अभिभावक और प्रवक्ता मानता है। खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह खालसा की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस के व्यापक तलाशी अभियान को शिरोमणि अकाली दल ने  ‘असंवैधानिक’ और ‘साजिशन’ करार दिया है। दल के अध्यक्ष पूर्व उपमुख्यमंत्री और सांसद सुखबीर सिंह बादल ने आरोप लगाया है कि पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां सूबे के गांवों से युवकों को अमृतपाल सिंह का सहयोगी बताकर पकड़ रहीं हैं और उनकी बाबत कोई जानकारी नहीं दी जा रही। 

सुखबीर सिंह बादल ने इन गिरफ्तार लोगों को शिरोमणि अकाली दल की ओर से कानूनी सहायता की बाकायदा पेशकश की। सुखबीर ने अपने ट्विटर पर लिखा, शिरोमणि अकाली दल पंजाब में चल रही ‘असंवैधानिक’ कार्रवाई में गिरफ्तार सभी सिख युवकों को कानूनी सहायता प्रदान करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि उनके अधिकारों को आम आदमी पार्टी इस मानिंद कुचल ना पाए। शिरोमणि अकाली दल ने इस संबंध में मदद के लिए हेल्पलाइन नंबरों की एक सूची भी जारी की है। एक अन्य ट्वीट में बादल ने कहा, शिरोमणि अकाली दल गैर संवैधानिक तरीकों का सहारा लेकर मात्र संदेह के आधार पर बेगुनाह सिख युवाओं, विशेषकर अमृतधारी युवाओं की अंधाधुंध गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता है। 

हम सभी बेगुनाहों की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं। शिरोमणि अकाली दल न्याय के लिए खड़ा है। उधर, पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पंजाब पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में सिख युवकों को घेरने और अमृतपाल सिंह खालसा का समर्थक होने का ठप्पा लगाने की कार्रवाई पर चिंता जाहिर की है। वडिंग ने कहां की पंजाब कांग्रेस देश विरोधी तत्वों के प्रति किसी नरमी का समर्थन नहीं करती है, लेकिन इन भटके हुए नौजवानों के पुनर्वास के लिए नरम रुख अपनाने की जरूरत है।                 

गौरतलब है कि अब तक पंजाब में अमृतपाल सिंह खालसा के सैकड़ों समर्थक पुलिस राउंडअप कर चुकी है। सर्वोच्च सिख संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी इन गिरफ्तारयों का विरोध कर चुके हैं। पंजाब में बुद्धिजीवियों का एक खेमा मानता है कि इन दिनों जो कुछ पंजाब में हो रहा है, लगता है कि कश्मीर सरीखे हालात बनाए जा रहे हैं।             

जहां शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने पंजाब में हो रही गिरफ्तारियों का विरोध किया है, वहीं भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य संगठनों ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई का खुला समर्थन किया है।

( अमरीक सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं।)

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