राष्ट्रपति आदिवासी लेकिन लूटे जा रहे हैं आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन: दीपंकर

झारखंड। बगोदर में आयोजित कॉमरेड महेंद्र सिंह के शहादत दिवस पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज जननायक महेंद्र सिंह के आंदोलन फिर से याद किया जा रहा है। जनता के हित को लेकर महेंद्र सिंह लड़ते रहे और जहां सत्ता और जनता के बीच लड़ाई होती है, वहां जनता की जीत होती है।

दीपंकर ने कहा कि केंद्र में आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति इसलिए बनाया गया कि कॉर्पोरेट पोषित मोदी सरकार खुद को आदिवासी हितैषी दिखाना चाहती है। जबकि सच यह है कि आज झारखंड में ही नहीं पूरे देश में आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन की हकमारी हो रही है। जिसके उदाहरण के तौर पर छत्तीसगढ का हसदेव अरण्‍य को देखा जा सकता है। आदिवासियों के जंगल को कॉरपोरेट घरानों द्वारा रौंदा जा रहा है।

दीपंकर ने I.N.D.I.A.गठबंधन पर कहा कि एक बार पुनः केंद्र सरकार जनता पर गुलामी थोपने की तैयारी कर रही है। इसी गुलामी को दूर करने को लेकर देशभर में गठबंधन बना है। गठबंधन से ही 2024 में मोदी सरकार की शिकस्त दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा के बाबूलाल मरांडी ने जेवीएम पार्टी के नाम पर जनता को धोख़ा दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी को भाजपा में विलय कर दिया। 2024 के चुनाव में झारखंड, बिहार सभी राज्यों में इंडिया गठबंधन को मजबूत कर जीत की तैयारी होगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव को लेकर जनता को संशय नहीं हो क्योंकि जनता खुद संशय में है कि हमारा वोट कहां जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाकपा माले जनता के सभी मुद्दों को लेकर लड़ाई जारी रखेगी।

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश में धर्म की राजनीति चल रही है। केंद्र में मोदी सरकार दस साल से है, लेकिन पूरे देश में जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि 16 से 30 जनवरी तक भाकपा माले जन संकल्प अभियान चलाएगी। जनता को पूरा न्याय मिलेगा।

बेरोजगारी पर उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में सरकार की नीतियां ऐसी हैं कि आपके पास जीने लायक वेतन नहीं है। आज देश की जनता भाजपा से सवाल पूछ रही है। आज कोयला, माइका भी बंद होने के कगार पर है।

उन्होंने कहा कि रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आई केंद्र सरकार रोजगार देना तो दूर, लोगों से रोजगार छिनने का काम कर रही है। यू कहें कि रोजगार भी सुरक्षित नहीं है। सेना में चार साल की नौकरी लाई गई है। इस पर एक बड़ा सवाल उठता है कि उसके बाद की उम्र में युवा क्या करेंगे?

बगोदर विधायक और शहीद महेंद्र सिंह के पुत्र विनोद कुमार सिंह ने कहा कि आज जल, जंगल और जमीन को लूटा जा रहा है और केंद्र की सरकार उसे कॉरपोरेट घरानों को बेच रही है। आज ऐसी स्थिति में महेंद्र सिंह को याद करते हैं क्योंकि उनके नेतृत्व में अपने हक-अधिकार के लिए जनता ने लड़ना सीखा।

विनोद सिंह ने कहा कि महेंद्र सिंह ने गलत के खिलाफ हमें लड़ने के लिए प्रेरित किया। एक समय था जब गांव में जंगल और जमीन पर खास लोगों की दबंगई थी। महेंद्र सिंह द्वारा उनके खिलाफ आवाज बुलंद की गयी।

विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अभी जो हुकूमत है, वो हुकूमत देश की संपत्तियों को लूटने में लगी हुई है। केंद्र की सरकार कानून बदल रही है। नदी-जंगल आप बचाएं, लेकिन कानून आपके खिलाफ बन रहे हैं। आप नदी से बालू नहीं ले सकते हैं। गांव में ग्राम सभा की बिना अनुमति के ही जंगल को काटा जा रहा है। झारखंड के मजदूर आज सऊदी अरब में एक माह से फंसे हैं और भारत सरकार इस पर चुप्पी साधे है।

उन्होंने कहा कि रघुवर दास के सरकार में ज्यादा मौत भूख से हुई है। केंद्र सरकार आज राशन कार्ड में नाम नहीं जोड़ रही है। एक नाम जोड़ने से पहले दो की मौत का इंतजार कर रही है।

इस अवसर पर भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य भुवनेश्वर केवट ने कहा कि आज के दौर में राजनीति और सत्ता प्रतिशोध का हथियार बन गयी है। लोक कल्याण से अधिक नेता, मंत्री और अधिकारी अपने कल्याण में मस्त हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे दौर में कॉमरेड महेंद्र सिंह ने राजनीति की कॉरपोरेट दिशा को मोड़ कर जनपक्षीय राजनीति की तरफ मोड़ दिया था। सदन से लेकर सड़क तक समाज के हर तबकों की आवाज़ बुलंद करते रहे थे। हत्या से किसी विचारधारा का खात्मा असंभव है।

प्रखंड सचिव शेर मोहम्मद ने कहा कि देश में नफरत और हिंसा की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश की राजनीति कॉरपोरेट कंपनियों के हाथों कैद हो गयी है। विश्व गुरु बनने के बजाय देश वैश्विक भूख सूचकांक में 125 देशों में 112वें स्थान पर है।

कार्यक्रम में शामिल झामुमो नेता सह मुखिया प्रतिनिधि गैड़ा ने कहा कि अधिकार, सम्मान और सद्भाव की सुरक्षा की गारंटी का नाम महेंद्र सिंह है। हत्याओं से किसी विचारधारा का अंत संभव नहीं है।

वक्ताओं में माले राज्य कमिटी सदस्य राजेश यादव, जमुआ विस प्रभारी अशोक पासवान, पूर्व जिप सदस्य व ऐपवा नेत्री जयंती चौधरी, धनवार के पूर्व माले विधायक राजकुमार यादव, राज्य कमेटी नेता मुस्तकीम अंसारी, झामस महासचिव व बिरनी प्रखण्ड सचिव सीताराम सिंह, सरिया प्रखण्ड सचिव भोला मंडल, इनौस राज्य अध्यक्ष संदीप जायसवाल, राज्य कमिटी नेता परमेश्वर महतो शामिल रहे।

मासस महासचिव हलधर महतो, मासस के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, चक्रधरपुर पूर्व विधायक व झारखंड आंदोलनकारी बहादुर उरांव, विष्णुगढ़ प्रखण्ड जिप सदस्य शेख तैयब, बगोदर प्रखण्ड सचिव पवन महतो सहित दिवाकर मोदी, बिशुन यादव, रघु भुइयां, चिंतामन पासवान, प्रदीप कोल, राजेन्द्र ठाकुर, योगेश्वर साव, योगेंद्र पांडेय, दाऊद अंसारी, कैलाश यादव, हीरालाल आदि ने भी सभा को संबोधित किया।

संकल्प सभा की अध्यक्षता माले राज्य कमेटी सदस्य व जीप सदस्य उस्मान अंसारी व संचालन आइसा की गिरीडीह जिला सचिव विभा पुष्पा दीप ने किया।

जन संकल्प सभा से अपील

  • जनसभा में कोडरमा लोकसभा में लाल झंडा फहराने की अपील की गयी। अवसर पर महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी शांति देवी को श्रद्धांजलि दी गई। वहीं महेंद्र सिंह के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। बरकट्ठा ब्लॉक चौक पर भाकपा माले प्रखंड कमेटी द्वारा संकल्प सभा आयोजित कर जननेता महेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित जन संकल्प सभा में लिए गए प्रस्ताव

1. लोकतंत्र और संविधान की रक्षा एवं रोजगार के लिए 16 जनवरी से 30 जनवरी 2024 तक चलने वाले ‘भाजपा हटाओ-देश बचाओ जन संकल्प अभियान’ को सफल बनाने व इसे हर गांव हर घर तक पहुंचाने का आह्वान किया गया।

2. गाजा पर इजरायली हमले और बच्चों वह महिलाओं के जनसंहार के खिलाफ एकजुट होकर विरोध की आवाज को बुलंद किया जाए और मोदी सरकार नेतान्याहू सरकार को समर्थन देने की बजाय इसके ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहल करे।

3. इवीएम वोटों की गिनती के साथ-साथ वीवीपैट की पर्चियों की भी गिनती करने की गारंटी की जाए।

शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर 15 जनवरी को बगोदर समेत अन्य क्षेत्रों में मशाल जुलूस निकाला गया। बगोदर बाजार, जीटी रोड सिक्स लेन में अटका से लेकर गोपालडीह मोड़, गांव के मुख्य चौक-चौराहों को लाल झंडे से पाट दिया गया।

(विशद कुमार की रिपोर्ट।)

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