नागपुर जेल में बंद प्रो. जीएन साईबाबा दूसरी बार कोरोना संक्रमित

नागपुर सेंट्रल जेल में क़ैद प्रो जीएन साईबाबा फिर से कोरोना संक्रमित हो गये हैं। उनकी जीवन संगिनी वसंता ने जानकारी दी है कि प्रो साईबाबा टेस्ट में फिर से कोविड संक्रमित पाये गये हैं। 

उन्होंने कहा कि “जेल अधिकारियों ने अभी तक हमसे संपर्क नहीं किया है। उसने पहले हमें यह कहते हुए लिखा था कि वह बेहद कमजोर महसूस कर रहे थे और लगातार पीठ और कूल्हे के दर्द के कारण उनकी रातों की नींद गायब हो गयी थी। मैं बहुत चिंतित हूं कि वह इस कोविड के हमले को कैसे सहन करेंगे, क्योंकि पिछली बार जब उन्हें कोविड-19 का संक्रमण हुआ था, तब वह पूरी तरह से ठीक नहीं हुये थे। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफ़ी खराब हो गई है और उनके शरीर की जीवित रहने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो रही है”।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि “मैं नागपुर जेल अधिकारियों और अदालत से आग्रह करती हूं कि कृपया उन्हें तत्काल एक अस्पताल में भर्ती कराएं जहां उनकी निगरानी की जा सके क्योंकि उनके दिल की बीमारी के साथ-साथ कोविड गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकती है”।

इससे पहले 13 फरवरी, 2021 को नागपुर केंद्रीय कारागार में पहले ही कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 90 प्रतिशत विकलांग और व्हीलचेयर पर काबिज दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को कोविड-19 संक्रमित पाया गया था। 

बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की एक अदालत ने साल 2017 में दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा और चार अन्य लोगों को माओवादियों से संपर्क रखने और देश के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने जैसी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए सजा सुनाई थी। वो तब से जेल में बंद हैं और लगातार कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। वो 90 प्रतिशत विकलांग हैं बावजूद इसके उनकी मेडिकल पैरोल की याचिका लगातार ख़ारिज़ कर दी गई है। इससे पहले पिछले साल जी एन साईबाबा की पत्नी ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया था कि उनके पति साई बाबा को ज़रूरी दवाइयां भी जेल प्रशासन द्वारा नहीं दी जा रही हैं।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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