राहुल गांधी ने BJP, BRS, AIMIM को बताया एक, कहा- तेलंगाना जीते तो होगी जाति जनगणना

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी, बीआरएस और एआईएमआईएम पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी, बीआरएस और एआईएमआईएम एक हैं, ये एकसाथ काम करते हैं। दिल्‍ली में बीआरएस, बीजेपी की मदद करती है, लोकसभा में बीआरएस पूरा समर्थन देती है बीजेपी को और तेलंगाना में बीजेपी और एआईएमआईएम बीआरएस को मदद करते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि आप देखिए, “मैं बीजेपी से लड़ता हूं, मेरे ऊपर 24-25 केस हैं, मेरी लोकसभा की मेंबरशिप रद्द कर दी, मेरा घर छीन लिया। जब वो मेरा घर ले रहे थे, मुझे अच्‍छा लगा, मैंने खुशी से घर दे दिया, लो अपना घर, ले जाओ इसे उठाकर। मुझे कोई घर की जरूरत नहीं है, मेरा घर पूरा हिन्‍दुस्‍तान है, मेरा घर तेलंगाना के हर गांव में है, हर शहर में है। ले जाओ, ले जाओ उठाकर मेरा घर, नहीं चाहिए तुम्‍हारा घर”।

उन्होंने कहा कि जहां भी हम चुनाव लड़ते हैं, महाराष्‍ट्र हो, राजस्‍थान हो, असम हो, वहां पर बीजेपी की मदद करने के लिए एआईएमआईएम अपने कैंडिडेट खड़े कर देती है। ये तीनों मिले हुए हैं और इनका लक्ष्‍य आपका जो धन है, आपसे छीनने का है।

राहुल गांधी ने कहा कि “मैंने लोकसभा में कास्‍ट सेंसस, जाति जनगणना की बात उठाई, प्रधानमंत्री ने मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया। यहां पर आपके मुख्‍यमंत्री कास्‍ट सेंसस नहीं करवाना चाहते। ओबीसी की जो सच्‍ची आबादी है, वो न नरेन्‍द्र मोदी बोलना चाहते हैं और न केसीआर। ओबीसी वर्ग दिनभर मेहनत करता है, देश की रीढ़ की हड्डी है, मगर नरेंद्र मोदी जी और केसीआर नहीं चाहते कि ओबीसी वर्ग को पता लगे कि उनकी आबादी कितनी है।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार को 90 ऑफिसर चलाते हैं, आईएएस ऑफिसर चलाते हैं। बजट के सब निर्णय ये ऑफिसर लेते हैं, डिफेंस में कितना पैसा जाएगा, मनरेगा में क्या जाएगा, रेलवे बजट में क्या जाएगा, सारे के सारे निर्णय ये 90 लोग लेते हैं। केसीआर और नरेंद्र मोदी ओबीसी वर्ग की बात करते हैं, तो कास्ट सेंसस क्यों नहीं करवाते हैं?”

राहुल गाधी ने कहा, कि “मैंने पार्लियामेंट में सवाल पूछा- ये जो 90 ऑफिसर हैं, जो हिंदुस्तान के बजट को कंट्रोल करते हैं, इनमें से ओबीसी वर्ग के कितने हैं? मैंने पूछा बजट पर ओबीसी वर्ग का कितना कंट्रोल है, बजट के कितने निर्णय ओबीसी ऑफिसर लेते हैं? 90 ऑफिसरों में से सिर्फ तीन ऑफिसर ओबीसी वर्ग के हैं। पांच प्रतिशत बजट का कंट्रोल ओबीसी वर्ग के हाथ में है।”

उन्होंने कहा कि “क्या ओबीसी की आबादी 5 प्रतिशत है हिंदुस्तान में? नहीं, कम से कम 50 प्रतिशत ओबीसी वर्ग है। मगर नरेंद्र मोदी और केसीआर आपको ये सच्चाई नहीं बताना चाहते, क्योंकि वो आपकी जेब में से पैसा निकाल कर अडानी जैसे लोगों की जेब में डालते हैं। अगर ओबीसी ऑफिसर निर्णय लेते, तो ये जो आपकी शुगर फैक्ट्री है, ये कभी बंद नहीं हो सकती। अगर आपकी हिस्सेदारी होती, दिल्ली में हिस्सेदारी होती, तेलंगाना में हिस्सेदारी होती, तो ये फैक्ट्री कभी बंद नहीं सकती।”

राहुल गांधी ने कहा कि “कांग्रेस पार्टी ने कास्ट सेंसस किया था, आंकड़े सरकार के पास हैं, नरेंद्र मोदी जी आपको बताना नहीं चाहते हैं। हमारी सरकार दिल्ली में आएगी, हम पिछले कास्ट सेंसस के आंकड़े आपको बता देंगे और नए कास्ट सेंसस को जाति के बेसिस पर करेंगे और तेलंगाना में जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम कास्ट सेंसस का काम तेलंगाना में शुरू कर देंगे। जल्दी से जल्दी तेलंगाना के ओबीसी वर्ग को पता लग जाएगा कि वो हैं कितने और उनकी भागीदारी कितनी होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि “कास्ट सेंसस एक्सरे जैसा है, किसी को चोट लगती है, डॉक्टर कहता है एक्सरे करो, पता लगाओ चोट कहां लगी है, हड्डी कहां टूटी है। एक्सरे करने के बाद इलाज होता है, एक्सरे से पहले इलाज नहीं हो सकता। पहले कास्ट सेंसस होगा, एक्सरे होगा, उसके बाद तेलंगाना में इलाज शुरू होगा। तेलंगाना के सपने को पूरा करने के लिए पहला कदम कास्ट सेंसस एक्सरे है”।

राहुल गांधी ने कहा कि “तेलंगाना में लड़ाई ‘दोराला तेलंगाना’ और ‘प्रजाला तेलंगाना’ के बीच में है। आपने ‘प्रजाला तेलंगाना’ का सपना देखा था, पता लगा ‘दोराला तेलंगाना’ हो गया। आपने सोचा था जनता का राज होगा, तेलंगाना मिला और फिर आपने देखा एक परिवार का राज हो गया। स्‍टेट का जो पूरा धन है, चाहे वो जमीन हो, रेत हो, शराब से आमदनी हो, सारा का सारा पैसा एक परिवार के हाथ में है, हजारों करोड़ रुपये बन रहे हैं, मगर यहां आपकी शुगर फैक्‍ट्री बंद पड़ी है”।

राहुल गांधी ने कहा कि “आप जानते हो कि मेरा आपके साथ राजनैतिक रिश्‍ता नहीं है, मेरा आपके साथ मोहब्‍बत का रिश्‍ता है, पारिवारिक रिश्‍ता है और ये रिश्‍ता मेरे साथ नहीं शुरू हुआ, ये सालों पुराना रिश्‍ता है। मैं तेलंगाना आ रहा था और मैंने अपनी बहन से कहा कि तुम मेरे साथ तेलंगाना चलो। तो उसने मुझसे कहा कि नहीं मेरा प्रोग्राम बाद में है, और मैंने प्रियंका को कहा देखो तेलंगाना के साथ हमारा परिवार का रिश्‍ता है, इसलिए पहली मीटिंग में तुम मेरे साथ चलोगी। ये मेरा और तुम्‍हारा रिश्‍ता नहीं है, ये इंदिरा गांधी जी का, राजीव गांधी जी का, सोनिया गांधी जी का, जवाहर लाल नेहरू का रिश्‍ता है। तो मुझे यहां आकर बहुत खुशी होती है। आज यहां पर आपने मुझे डोसा बनाना भी सिखा दिया”।

राहुल गांधी ने कहा कि जंगल में कभी जाते हैं, तो शेर अकेले-अकेले मिलते हैं, एक साथ नहीं मिलते। जंगल में कहीं एक शेर मिलेगा, कहीं दूसरा शेर मिलेगा, एक साथ कभी नहीं मिलते। ये देखो, कांग्रेस पार्टी के कितने बब्बर शेर बैठे हुए हैं, शांति से बैठे हुए हैं और ये सब जो हमारे बब्बर शेर हैं, ये बीआरएस की सरकार को उखाड़ कर फेंकने वाले हैं और कांग्रेस पार्टी ये जो हमारे सब बब्बर शेर हैं, इनको सरकार में भागीदारी देगी।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना में जनता की सरकार होगी और कांग्रेस के बब्बर शेरों की सरकार होगी, प्रजाला तेलंगाना की सरकार होगी और आखिरी बात भूलिए मत, दिल्ली में आपका सिपाही खड़ा हुआ है। दिल्ली में इंदिरा जी आपकी थीं, राजीव गांधी जी आपके थे, सोनिया गांधी जी आपकी हैं और राहुल गांधी भी आपका सिपाही वहां खड़ा हुआ है। तो जब भी आपको मेरी जरूरत पड़ेगी, आपको सिर्फ बुलाना है, मैं हाजिर हो जाऊंगा।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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