आजमगढ़: कोई सुनवाई न होने पर बलात्कार पीड़िता ने जहर खाकर थाने में दी जान

यूपी के आजमगढ़ जिले में एक दुष्कर्म पीड़िता ने मेहनाजपुर थाना परिसर में आत्महत्या कर ली है। महिला के साथ रेप की घटना 5 अक्टूबर को घटी थी। जब उसके घर में जबरन घुसकर कुछ लोग उसे मारते पीटते घसीटते हुए एक स्कूल के पीछे ले गये। और उसके साथ यौन हिंसा किया। यौन हिंसा के बाद आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसके बाद पीड़िता ने मेहनाजपुर थाने में शिक़ायत दर्ज़ कराई थी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि मेहनाजपुर थाना की पुलिस द्वारा आरोपियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश में लगी हुयी थी।

जबकि पीड़िता पिछले एक हफ्ते से थाने और सीओ ऑफिस के चक्कर लगा रही थी। जब उसकी सुनवाई कहीं नहीं हुई तो उसने मायूस होकर खुदकुशी का फैसला कर लिया। पीड़ित महिला ने थाना परिसर में जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। वहीं उसके पति ने पुलिस पर दुष्कर्म के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।

पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह के अनुसार पीड़ित महिला ने अपने ही गांव के अनिल सिंह नामक 53 वर्षीय व्यक्ति व अन्य के ख़िलाफ़ रात 12:30 बजे दरवाजा खुलवाकर बाहर बुलाकर मारपीट करने और दुराचार करने की शिक़ायत मेहनाजपुर थाना में दिया था।
मेहनाजपुर पुलिस का दावा है कि पुलिस जांच के लिये गयी थी।

मेहनाजपुर थाना गेट पर आज सुबह 11:00 बजे महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। जहां पर उसे पहले सीएचसी व सदर थाने ले जाया गया। जहां उसकी मृत्यु हो गयी। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने जानकारी दिया है कि इस संबंध में मेहनाजपुर थाना पर अपराध संख्या 95/21/ U/S 323,376,506, 306 भारतीय दंड संहिता के तहत मुक़दमा दर्ज़ किया गया है। लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी चुन्ना सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

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