एमपी: राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता के लिए कॉलेज की छात्राओं से चलवाया गया रोलर

सिंगरौली। छात्र-छात्राओं से झाड़ू लगवाने से लेकर तमाम काम करवाने को लेकर उत्तर प्रदेश ही बदनाम नहीं है, मध्य प्रदेश भी इससे तनिक पीछे नहीं हैं। मध्य प्रदेश के बैढ़न, सिंगरौली स्थित सरकारी डिग्री कॉलेज में छात्राओं से ग्राउंड लेवलिंग करवाने के लिए रोलर चलवाएं जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसकी आंच सिंगरौली से लेकर राजधानी भोपाल तक महसूस की जाने लगी है।

वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरते हुए इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। मामला जिस कॉलेज से जुड़ा हुआ है वहां सोमवार, 29 जनवरी से खो खो प्रतियोगिता आयोजित हो रही है। ऐसे में मजदूरों के बजाए छात्राओं को ही मजदूर बनाकर रोलर चलवाया गया।

विपक्षी दलों ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहनलाल यादव को घेरते हुए कड़े क़दम उठाए जाने की मांग की है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे घृणित क़रार देते हुए कॉलेज प्रशासन को तलब कर कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला अंतर्गत शासकीय राजनारायण सिंह स्मृति अग्रणी महाविद्यालय बैढ़न में दो दिवसीय राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता होनी है, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही थीं। इसी दौरान मैदान समतल करने के लिए मजदूरों को न लगाकर कॉलेज की छात्राओं को ही पिच ठीक करने के लिए रोलर के साथ उतार दिया गया।

इस मामले को लेकर वीडियो वायरल होने पर लोगों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि मैदान समतल करने के लिए छात्राओं से रोलर चलवाना सरासर गलत है। उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि यह वीडियो वायरल होने के बाद कॉलेज प्रशासन बचाव की मुद्रा में आ गया है।

गौरतलब है कि शासकीय राजनारायण स्मृति अग्रणीय महाविद्यालय वैढ़न जिले का अग्रणीय महाविद्यालय कहा जाता है। जहां 29-30 जनवरी को राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। यह प्रतियोगिता महाविद्यालय के खेल प्रांगण में की जा रही है।

बताया जा रहा है कि महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी डॉ विनोद कुमार राय ने अध्ययनरत छात्राओं को प्रेक्टिकल के नाम पर दबाव में लेकर कई टन वजनी रोलर चलवाया। लेकिन इसका वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया।

भारी भरकम बजट का क्या होगा?

यह सर्व विदित है कि जब भी कोई खेल, प्रतियोगिता का आयोजन शासन-प्रशासन के द्वारा आयोजित किया जाता है तो उसके लिए अलग से बजट जारी किया जाता है। इसी तरह शासकीय राजनारायण स्मृति महाविद्यालय बैढ़न के खेल मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन के लिए भी जाहिर सी बात है कि बजट जारी किया गया होगा।

आशंका जताई जा रही है कि जारी बजट में गोलमाल करने के लिए महाविद्यालय प्रबंधन ने खो-खो ग्राउंड के मरम्मतीकरण का कार्य मजदूरों से करवाने के बजाय अध्ययनरत छात्राओं से प्रेक्टिकल के नाम पर करवा लिया।

शासकीय महाविद्यालय के खेल मैदान में होने वाली प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश से लगभग आठ संभाग के सैकड़ों खिलाड़ी भाग लेंगे। प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आयोजक शासकीय राजनारायण स्मृति अग्रणीय महाविद्यालय लाखों रुपये का बजट भी जारी किया गया है। जिसमें ग्राउंड मरम्मत से लेकर खिलाड़ियों के रहने, खाने, पीने व ट्रॉफी आदि की पूरी व्यवस्था शामिल है।

बावजूद इसके आयोजक महाविद्यालय प्रबंधन ने बजट को बचाने के लिए ग्राउंड मरम्मतीकरण का कार्य मजदूर के बजाए छात्राओं से करा डाला। मजे की बात है कि रोलर चलवाकर खो-खो ग्राउंड की मरम्मत करवाने के वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है, इस पर महाविद्यालय द्वारा कोई प्रतिक्रिया भी देना मुनासिब समझा गया है।

पहले भी हो चुका है ऐसा ही मामला

सिंगरौली जिले के शासकीय राजनारायण सिंह स्मृति महाविद्यालय की छात्राओं से रोलर चलवाए जाने का यह मामला कोई एकलौता मामला नहीं है, इससे पूर्व मध्य प्रदेश के ही शहडोल जिले के जयसिंहनगर ब्लॉक में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां प्राथमिक स्कूल ढोलर में मासूम बच्चों के हाथों में फावड़े और झाड़ू देकर उनसे साफ-सफाई करवाई गई थी। इस मामले को लेकर भी भूचाल आ गया था।

(संतोष देव गिरी की रिपोर्ट)

संतोष देव गिरी
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संतोष देव गिरी