हरियाणा के पंचकूला में दलितों का सामाजिक बहिष्कार, दुकानों से राशन लेने और डॉक्टर से इलाज तक पर पाबंदी

नई दिल्ली/पंचकूला। हरियाणा में पंचकूला जिले के भुंड गाँव में दलित समाज पर गुर्जर समाज के दबंगों द्वारा पाबंदी की घटना सामने आयी है। बताया जा रहा है कि उनका हर तरीके से बहिष्कार करने का ऐलान किया गया था। जिसके तहत दलितों को कोई भी दुकानदार राशन नहीं देगा। यहां तक कि डॉक्टरों से इलाज पर भी पाबंदी लगा दी गयी थी। न ही कोई नाई दलितों का बाल काटेगा और न ही मिस्त्री उनके घरों की बिजली ठीक करेगा। दूधियों को दलितों को दूध देने तक पर रोक थी। और तो और उनको किसी के खेतो में भी जाने पर पाबंदी लगा दी गयी थी। घटना की सूचना मिलने पर मानवाधिकार संगठन एनसीएचआरओ के एक प्रतिनिधिमंडल ने इलाके का दौरा किया। जिसमें उसका कहना था कि प्रशासन चाहता तो इतनी बड़ी घटना को होने से रोक सकता था। प्रशासन की नाकामी और कुछ संगठनों की साजिश के तहत गांव में यह हालात बने हैं।

संगठन के महासचिव और जांच दल के सदस्य अज़ीम नावेद ने प्रेस बयान जारी करके बताया कि दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अमित श्रीवास्तव के निर्देश पर जांच दल ने प्रभावित गांव का दौरा किया।

जांच दल ने पीड़ित पक्षों से मुलाकात करके घटना से संबंधित जानकारी और तथ्य इकट्ठा किए। साथ ही इलाके के एसएचओ और गांव के कुछ आरोपियों से भी जांच दल ने बात की। प्राथमिक तौर पर जांच दल के सामने जो तथ्य उभर कर सामने आए हैं वो इस तरफ इशारा करते हैं कि एक गुर्जर समुदाय की लड़की और एक दलित समुदाय के लड़के के बीच शादी होने के बाद, गांव के गुर्जर जाति के कुछ लोग और पूर्व सरपंच लोगों ने मिलकर दलितों के बहिष्कार को अंजाम दिया। यदि प्रशासन चाहता तो घटना इस तरीके का बड़ा विकराल रूप धारण नहीं करती।

8 सितंबर को ही, जब पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी, तभी यदि स्थानीय प्रशासन चाहता तो कार्यवाही कर के मामले को बढ़ने से रोक सकता था। लेकिन प्रशासन ने शिकायत को नकार दिया और इस पर कई दिनों तक कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ायी। परिणाम स्वरूप शांति की दुश्मन ताकतों को जातिवादी षड्यंत्र रचने का पूरा मौका मिल गया।

उन्होंने बताया कि संगठन जल्दी अपनी विस्तृत रिपोर्ट जारी करेगा और इस रिपोर्ट को राज्य के मुख्य न्यायाधीश, मुख्य सचिव, अनुसूचित जाति आयोग, मुख्यमंत्री कार्यालय तथा राज्य मानव अधिकार आयोग को भेजा जाएगा। जांच दल में पंजाब प्रदेश कार्यसमिति की उपाध्यक्ष एडवोकेट रेहाना गुज्जर, पत्रकार रुख्सार बानो, असरार अहमद, ईशू जायसवाल और भारती शामिल थे। इनके अलावा दल के साथ गांव की तरफ से सोहेल सिदोरा, अब्दुल सत्तार और मोइनुद्दीन थे, जिन्होंने दल को गांव का दौरा कराया।

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