शाहीन बाग़ में गोली चलाने वाला कपिल गुज्जर बीजेपी में शामिल

शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन स्थल पर जाकर हवा में गोली चलाने वाला कपिल गुज्जर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गया। गाजियाबाद में बीजेपी के स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में कपिल गुर्जर ने भाजपा की सदस्यता ली।

पार्टी में शामिल होने के बाद कपिल गुज्जर ने कहा कि बीजेपी हिंदुत्व को मजबूत करने का काम कर रही है, ऐसे में वो बीजेपी के साथ है।

इस साल के शुरू में 1 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में बैठकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे सैकड़ों महिला, पुरूष और बच्चों के सामने जाकर कपिल गुज्जर ने पिस्तौल से हवा में तीन फायरिंग कर आतंक फैला दिया था। उसके बाद दिल्ली पुलिस उसे वहां से बचा कर सुरक्षित निकाल ले गयी थी।

उस समय बीजेपी के लोगों ने कपिल गुज्जर को आम आदमी पार्टी का सदस्य बताया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भी कहा था कि आप का सदस्य था।

जबकि कपिल के परिवार ने भी पुलिस के दावे का खंडन किया था। उसके चाचा फतेह सिंह ने कहा था कि, ‘मुझे पता नहीं कि कहां से ये फोटो आ गए हैं। मेरे भतीजे कपिल का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है और न ही मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का।’

जबकि दिल्ली पुलिस के खुलासे के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया था। आप नेता संजय सिंह ने कहा था, ‘अमित शाह इस समय देश के गृह मंत्री हैं। चुनाव से ठीक पहले फोटो और साजिश पाई जाएगी। चुनाव में बस 3-4 दिन रह गए हैं, बीजेपी जितनी गंदी राजनीति कर सकती है, उतना करेगी। किसी के साथ कोई तस्वीर होने का क्या मतलब है?’

ख़बरों के अनुसार, फायरिंग के बाद गिरफ्तार होने के बाद कपिल गुज्जर को दिल्ली के साकेत कोर्ट ने 25 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी थी। 

कपिल गुज्जर कोई पहला दागी चेहरा नहीं है जिसका बीजेपी में स्वागत किया गया। ऐसे कई नाम हैं जो बीजेपी में जाकर तमाम दागों से मुक्त हो गये।

टीएमसी के दागी नेता मुकुल राय बीजेपी में शामिल हुए थे। 3 नवंबर 2017 को मुकुल रॉय ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। इससे पहले जब तक वह तृणमूल कांग्रेस में थे, वह शारदा घोटाले के आरोपी थे। सीबीआई से लेकर ईडी तक उनके पीछे हाथ धोकर पड़े थे, पूछताछ तक हो चुकी थी, लेकिन अब वो सब बीती बातें हो गई हैं। जैसे ही उन्होंने भाजपा में कदम रखा, उन्हें सरकार की तरफ से वाई प्लस सुरक्षा दे दी गई।

अगस्त 2015 में हेमंत बिस्‍वा शर्मा ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का साथ ले लिया था। अब वो असम में बीजेपी सरकार में मंत्री भी हैं। हेमंत बिस्‍वा शर्मा पर बीजेपी ने असम में चुनाव से पहले हेमंत बिस्‍वा शर्मा पर जल वितरण घोटाला में शामिल होने का आरोप लगाया था।

यह फेहरिस्त बहुत लंबी है।

(पत्रकार नित्यानंद गायेन की रिपोर्ट।)

नित्यानंद गायेन
Published by
नित्यानंद गायेन