केरल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने क्या अपने सहयोगियों को खरीदा था?

जनाथिपथ्य राष्ट्रीय सभा (JRS) पार्टी की कोषाध्यक्ष प्रसीथा अझीकोड (Praseetha Azhikode) ने आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पैसे की ताक़त का इस्तेमाल किया था। उन्होंने इससे जुड़ा एक फोन कॉल का ऑडियो टेप भी जारी किया है। जिसमें केरल भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और जेआरएफ चीफ सीके जानू के बीच 10 लाख रुपए के लेन-देन की बातचीत है। प्रसीथा अझीकोड ने दावा किया है कि उनकी पार्टी की प्रमुख और लोकप्रिय आदिवासी चेहरा सीके जानू ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के सुरेंद्रन से एनडीए में लौटने के लिए 10 करोड़ रुपए की मांग की थी और बाद में उन्हें 10 लाख रुपए पहुंचाए गए थे। हालांकि, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के दफ्तर की तरफ से इन आरोपों पर गुरुवार को बयान जारी करने की बात कही गई है।

वहीं जानू ने इन आरोपों के जवाब में कहा कि यह तो जांच में सामने आएगा कि कहीं प्रसीथा ने खुद मेरे नाम पर तो पैसे नहीं ऐंठ लिए।  गौरतलब है कि राज्य में आदिवासी आंदोलन का चेहरा रहीं सामाजिक कार्यकर्ता जानू राज्य में 6 अप्रैल को होने वाले चुनाव से एक महीने पहले यानी 7 मार्च को एनडीए में शामिल हो गई थीं।

केरल में अप्रैल में हुये विधानसभा चुनाव में भाजपा को लेफ्ट गठबंधन यानी एलडीएफ की तरफ से करारी शिकस्त मिली है। यहां तक कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन और मेट्रोमैन ई श्रीधरन भी बुरी तरह अपना चुनाव हार गये थे।

ऑडियो टेप में क्या बातचीत है?

प्रसीथा अझीकोड ने आरोप से जुड़ा जो ऑडियो वायरल किया है, उसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन की आवाज होने का दावा किया गया है। टेप में एक शख्स (जिनके सुरेंद्रन होने का दावा है) कहते हैं- “उन्हें 6 मार्च को आने दो। मैं उन्हें निजी तौर पर यह दे दूंगा। तुम भी आना…..चुनाव के दौरान यह पैसों का लेन-देन…यह मुमकिन नहीं कि इसे इधर-उधर ले जाया जाए।”

अझीकोड ने कहा है कि जब जानू 6 मार्च को पैसे लेने के लिए तिरुवनंतपुरम गईं, तो वे उनके साथ ही थीं। हालांकि, गेस्ट हाउस में जब लेन-देन हुआ, तब वे साथ नहीं रहीं थीं।

बता दें कि जानू ने 2016 विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी जेआरएस उतारी थी। तब उनकी पार्टी ने एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था। और फिर 2018 में उन्होंने गठबंधन से किनारा कर लिया।

वहीं थ्रिसुर के हाईवे पर हुई 3.5 करोड़ की चोरी के मामले में केरल पुलिस राज्य के भाजपा नेताओं से पूछताछ कर रही है। पुलिस को शक है कि यह पैसा अघोषित चुनावी फंड्स का हिस्सा थे। उधर प्रसीथा ने भी जानू को अपने वित्तीय लेन-देन की जांच कराने की चुनौती दे दी है। उन्होंने कहा कि जेआरएस में जानू को लेकर काफी तनाव है।

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