नताशा नरवाल और देवांगना की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ रोहतक में महिलाओं का प्रदर्शन

रोहतक। सीएए विरोधी और पिंजरा तोड़ की कार्यकर्ताओं नताशा नरवाल और देवांगना कलीता की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ आज रोहतक में महिलाओं ने प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं के साथ ढेर सारी छात्राओं ने हिस्सा लिया। इन लोगों ने अपने हाथों में प्लेकार्ड ले रखे थे। और उन सभी पर कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी की निंदा समेत उनकी रिहाई की माँग के नारे लिखे हुए थे। 

गौरतलब है कि कल शाम समय 6 बजे दिल्ली पुलिस द्वारा जेएनयू की छात्रा नताशा नरवाल व देवांगना कलीता को उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। नताशा नरवाल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक की मेधावी छात्रा रही हैं। आज जब पूरा देश महामारी से जूझ रहा है और लॉक डाउन की वजह से घरों में बंद हैं। ऐसे समय में केंद्र सरकार ओछे हथकंडे अपनाकर न्याय की आवाज उठाने वालों पर राजनीतिक बदले की भावना से दमनात्मक कार्रवाइयां कर रही है। इससे पहले भी इसी तरह से सीएए विरोधी कार्रवाइयों में शामिल होने वाले कई युवा लड़के-लड़कियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

संगठन की नेताओं ने कहा कि युवा लड़कियों के खिलाफ हिंसा तथा दमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौजूदा सरकार एक तरफ तो ‘बेटी-पढ़ाओ, बेटी-बचाओ’ के नारे लगा रही है दूसरी तरफ तानाशाही रवैया अपनाते हुए उन्हें जेल में बंद कर रही है। एक तरफ तो महामारी के चलते कैदियों की भीड़ कम करने के लिए उन्हें रिहा किया जा रहा है, दूसरी तरफ नौजवान आंदोलनकारियों को जेलों में ठूंसा जा रहा है। संगठन की नेताओं ने कहा कि अगर युवा लड़के लड़कियों को रिहा नहीं किया जाता तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।

प्रदर्शनकारियों में जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमति सांगवान, राज्य महासचिव सविता, जिला सचिव वीना मलिक, जिला अध्यक्ष राजकुमारी दहिया, कार्यकारी अध्यक्ष अनीता सांपला, अंजू, अंजलि, सरसीज सिवाच, मुनमुन हजारिका, गायत्री, राखी, उर्मिल, जयस्वी तथा डीवाईएफआई के राज्य सह सचिव संदीप सिंह शामिल थे।

(सविता के फ़ेसबुक पर जारी विज्ञप्ति से।)

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