पहलवान अभी भी डटे हैं, बृजभूषण मामले में अब भाजपा भी बंटी

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद पर यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली नाबालिग पहलवान ने अपना आरोप वापस नहीं लिया है। नाबालिग पहलवान के पिता के हवाले से यह खबर मीडिया की सुर्खियां में है। लेकिन नाबालिग के पिता ने इसे कोरा अफवाह बताया है। नाबालिग के पिता से बात करने वाले जनचौक के ‘सूत्र’ ने कहा कि ‘इस तरह की खबर आने पर हमने उनसे संपर्क किया और उन्होंने ऐसी खबरों को अफवाह बताया।’ उन्होंने कहा कि ‘आरोपों को वापस लेने की खबर पूरी तरह से गलत है। नाबालिग शिकायतकर्ता और पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर अडिग हैं।’

सूचना के मुताबिक दिल्ली पुलिस की टीम सोमवार रात को गोंडा पहुंची और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास पर काम करने वाले 15 से ज्यादा करीबियों से पूछताछ की। पुलिस टीम ने बृजभूषण के साथ काम करने वाले लोगों के नाम, पते और पहचान लेकर दिल्ली पुलिस लौट गई।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पहलवानों की बैठक बेनतीजा होने के बाद पहलवानों के आंदोलन को लेकर तरह-तरह की अफवाहें चल रही हैं। कहा जा रहा है कि नाबालिग शिकायतकर्ता ने अब अपने आरोपों को वापस ले लिया है। पहलवानों ने सोशल मीडिया पर ऐसी खबरों और अफवाहों का खंडन किया है। पहलवानों का कहना है कि वह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर अडिग हैं। उन्होंने आंदोलन से पीछे हटने को अफवाह बताया है।

जनचौक सूत्र का कहना है कि गृह मंत्री के साथ बैठक और पहलवानों के वापस नौकरी ज्वॉइन करने के बाद अफवाहों को और बल मिला। वह कहते हैं कि “ रविवार को सोनीपत के मुंडलाना में हुई महापंचायत में बजरंग पुनिया ने कहा था कि जल्द ही हम सब लोगों के साथ महापंचायत करेंगे। अलग-अलग पंचायतें अलग-अलग निर्णय न करें। सब लोग साथ होंगे तो हम ज्यादा मजबूती से लड़ेंगे।”

इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने भी 9 जून से शुरू होने वाले आंदोलन को स्थगित कर दिया है। क्योंकि अब जल्द ही पहलवानों, किसान नेताओं और खाप पंचायतों की एक महापंचायत में सर्व सहमति से आर-पार की लड़ाई का ऐलान होगा।

पहले राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ और सांगवान खाप के प्रधान सोमवीर सांगवान सरकार के साथ पहलवानों की बैठक की कोशिश करते रहे हैं। सरकार के लोग पहलवानों के माता-पिता से भी बात करने की कोशिश करते रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार अब इस मामले को जल्द से जल्द हल करना चाहती है। और इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को लगाया गया है। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा रहे हैं, जहां उनकी मेज़बानी व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा की जाएगी। इससे पहले पहलवानों के मुद्दे को सुलझाए जाने की जरूरत है।”

पहलवानों के मामले और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर अब भाजपा में दो राय हो गयी है। कुछ नेताओं की राय है कि इस ‘संवेदनशील’ मुद्दे के कारण पार्टी के बारे में गलत धारणा बन रही है। और “चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था” और “इसे इस हद तक जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी।”

भाजपा सांसद मेनका गांधी और प्रीतम मुंडे के साथ-साथ पार्टी के हिसार सांसद बृजेंद्र सिंह ने सार्वजनिक रूप से पहलवानों का समर्थन किया है और कहा है कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि “इस विरोध के इस हद तक जाने का कोई कारण नहीं था। लेकिन मुझे कहना होगा कि किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि विरोध इतना लंबा चलेगा या इस तरह गति पकड़ेगा। इसे अब महिलाओं के मुद्दे के रूप में देखा जा रहा है।”

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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