Author: अंजनी कुमार

  • वेंटिलेटर पर पड़ी अर्थव्यवस्था को चाहिए जनता का खून

    वेंटिलेटर पर पड़ी अर्थव्यवस्था को चाहिए जनता का खून

    मजदूर शहर में वापस आ रहे हैं। राज्य अंतर्राज्यीय आवाजाही में क्वारंटाइन करने की अनिवार्यता खत्म कर रहे हैं जिससे कि उनकी वापसी और आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकें। जबकि कोविड-19 से पीड़ितों की संख्या 60,000 प्रतिदिन से अधिक होता जा रहा है। मौत की संख्या हजार का आंकड़ा छूने के लिए बेचैन है। स्वास्थ्य…

  • न्यायिक संस्था नहीं! सरकार का हथियार बन गया है सुप्रीम कोर्ट

    न्यायिक संस्था नहीं! सरकार का हथियार बन गया है सुप्रीम कोर्ट

    कोर्ट की ‘अवमानना’ हो गई है, न्यायाधीश ने यही माना है। ‘अवमानना’ मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे पर की गयी टिप्पणी से हुई है। प्रशांत भूषण को इसके लिए दोषी ठहराया गया। सर्वोच्च न्यायपालिका ने माननीय न्यायाधीश अरुण मिश्रा के नेतृत्व वाले बेंच के तहत न्यायालय को ‘न्याय’ दिला दिया है। न्याय के बदले सजा क्या…