Author: जयप्रकाश नारायण

  • कृषि कानूनों के फिर आने का बरकरार है खतरा

    कृषि कानूनों के फिर आने का बरकरार है खतरा

    19 नवंबर को किसान आंदोलन के दबाव में तीन कृषि कानूनों को एक तरफा प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा करके वापस लेने का ऐलान किया था। तो मैंने पहली टिप्पणी लिखते हुए कहा था कि, सावधानी हटी दुर्घटना घटी। उस टिप्पणी में मैंने यह लिखा था कि 1 वर्ष के करीब से चल रहे विश्व विख्यात किसान…

  • किसान आंदोलन की उपलब्धियां और उसके सबक

    किसान आंदोलन की उपलब्धियां और उसके सबक

    एक वर्ष से ज्यादा चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने पहली विजय दर्ज की है। 708 किसानों की शहादत और अनेकों जुल्मों और हमलों का मुकाबला करते 380 दिन तक चले आन्दोलन के बाद केंद्र सरकार ने अंततोगत्वा किसानों के आंदोलन के सामने घुटने टेके हैं। भारत सहित विश्व के सारे राजनीतिक टिप्पणीकार सामाजिक राजनीतिक विश्लेषक…

  • हताश बीजेपी सांप्रदायिकता के नये-नये पैंतरों की तलाश में

    हताश बीजेपी सांप्रदायिकता के नये-नये पैंतरों की तलाश में

    भाजपा के मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज एक नीतिगत बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उर्दू और फारसी के वे शब्द जो हिंदी भाषा में आ गए हैं उन्हें पाठ्यक्रमों से बाहर निकाल दिया जाएगा। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि मंत्री जी की घोषणा पर हंसू या…

  • भारत के किसानों ने दिखायी दुनिया को कारपोरेट के खिलाफ लड़ाई की राह

    भारत के किसानों ने दिखायी दुनिया को कारपोरेट के खिलाफ लड़ाई की राह

    19 नवंबर, 2021 इक्कीसवीं सदी के इतिहास में जनता के संघर्षों की विजय का महापर्व बन गया है। भारत के किसानों और भारत के लोकतंत्रिक जन-गण ने विश्व के मेहनतकश  जनगण के सहयोग से विश्व विजयी कार्पोरेट पूंजी के खिलाफ पहली विजय हासिल की है। 1990-91 के तूफानी काल में विश्व विजय का झंडा फहराने…