नाबालिग यौन शोषण मामले में दिल्ली महिला कांग्रेस ने किया दिल्ली महिला आयोग का घेराव

‘महिला उत्पीड़न पर कुछ बोलो, स्वाति दीदी मुँह तो खोलो’ की तख्तियां लेकर कल दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन के नेतृत्व में महिला कंग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली महिला आयोग के सामने धरना प्रदर्शन किया औऱ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के इस्तीफे की मांग की। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी नेता द्वारा 2 साल तक नाबालिग बच्ची का यौन शोषण करने के मामले को लेकर वह दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाती मालीवाल से मिलने पहुंची थीं।

लेकिन चार दिन पहले यूपी महिला आयोग को ‘ओछी मानसिकता की किटी पार्टी’ बताने वाली दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल चुप हैं। दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि हम स्वाति मालीवाल से मिलकर इस मामले पर कार्रवाई का आश्वासन चाहते थे लेकिन उन्होंने तो हम से मिलने तक से मना कर दिया। अमृता धवन ने कहा कि उनके इस रवैये से साफ जाहिर है कि महिला उत्पीड़न के मुद्दे को लेकर वो सेलेक्टिव अप्रोच रखती हैं। जब भाजपा नेता (यूपी महिला आयोग सदस्य) ने लड़कियों द्वारा मोबाइल के उपयोग पर अपमानजनक बयान दिया तो स्वाति मालीवाल ने तुरंत उस पर अपनी प्रतिक्रिया दी लेकिन अपनी ही पार्टी की एक पदाधिकारी द्वारा किये गये शर्मनाक कृत्य पर उनका कोई बयान नहीं आता।

बता दें कि आम आदमी पार्टी के तिलक नगर जिला उपाध्यक्ष अंजली गहलोत पर एक नाबालिग लड़की ने दो साल तक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। आरोपी महिला को पास्को एक्ट में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है कि आरोपित अंजली गहलोत (44 वर्ष) ‘सुधार जीवन रक्षक चैरिटेबल ट्रस्ट’ नामक एनजीओ चलाती हैं और आम आदमी पार्टी में तमाम रसूखदार लोगों से उनके घनिष्ठ संबंध हैं। 9 जून को डाबरी थाने में आरोपी महिला के ख़िलाफ़ धारा 377, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज़ किया गया है।  

नाबालिग पीड़िता ने अपने पुलिस बयान में बताया है कि आम आदमी पार्टी नेता अंजली गहलोत ने उसे दो साल से अपने घर में कैद करके रखा था। वो लगातार नाबालिग लड़की को सेक्सुअल अब्यूज करती थी। और वीडियो बनाती थी और वीडियो वायरल करने की धमकी देती थी। नाबालिग लड़की ने पुलिस बयान में ये भी कहा है कि आम आदमी पार्टी नेता अंजली गहलोत उसको मारती पीटती थी और उसको व उसकी मां को गोली मारने की धमकी देती थी। जिसके डर से वो लड़की लगातार चुप रही।     

पीड़िता की मां ने बताया है कि अंजली गहलोत ने उनकी बेटी को जनवरी 2019 में अपनी बेटी के साथ पढ़ाने और ब्यूटी पार्लर का काम सिखाने की बात कहकर अपने घर पर रखा था। एक सप्ताह बाद जब मां अपनी बेटी को लेने अंजली गहलोत के घर गयी तो उसने न सिर्फ़ नाबालिग बच्ची को देने से इन्कार कर दिया बल्कि गोली मारने की धमकी भी दी। और नाबालिग को इतना ज़्यादा डराया धमकाया कि उसने खुद ही मां के साथ जाने से इन्कार कर दिया।   

राज्य महिला आयोग पार्टी महिला आयोग बन चुके हैं

तमाम प्रदेशों के राज्य महिला आयोग पूरी तरह से पार्टीनिष्ठ महिला संगठन बन चुके हैं। उत्तर प्रदेश महिला आयोग बलात्कारी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और स्वामी चिन्मयानंद के मामलों में चुप्पी ओढ़ लेता है। इसी तरह दिल्ली महिला आयोग आम आदमी पार्टी नेता व यौनशोषण आरोपी अंजली गहलोत के मुद्दे पर चुप है।

जबकि चार दिन पहले यूपी महिला आयोग सदस्य मीना सिंह द्वारा लड़कियों को मोबाइल न देने को लेकर दिये गये विवादित बयान पर दिल्ली महिला आयोग सदस्य स्वाती मालीवाल ने यूपी महिला आयोग को जेंडर इश्यू पर सेंसिटाइज करने और सीखने के लिये दिल्ली महिला आयोग आने की बात कही थी।  

राष्ट्रीय महिला आयोग की तो बात ही क्या करें। अध्यक्ष रेखा शर्मा के नेतृत्व में इसे महिला बजरंग दल में तब्दील कर दिया गया है। महिलाओं के उत्पीड़न के मुद्दे को तिलांजली देकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा आरएसएस के सांप्रदायिक और मिथ्या एजेंडे ‘लव जेहाद’ पर काम करने के लिये महाराष्ट्र के सांप्रदायिक व लोकतंत्रविरोधी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से हाथ मिलाती हैं। सोशल मीडिया पर वो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीरें गलत और झूठे सूचना को पोस्ट करके उनका चरित्र हनन करने का अभियान चलाती हैं।    

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

सुशील मानव
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