लोकसभा में गौरव गोगोई और अमित शाह में तीखी नोक-झोंक, कांग्रेस सांसद ने कहा- सरकार पेगासस से कर रही है नेताओं की जासूसी

“आप हम पर जासूसी करते हैं, पेगासस के साथ हमारे फोन पर टैप करते हैं। आप पेगासस के साथ पत्रकारों की जासूसी करते हैं। पेगासस के जरिए आपने कितने ड्रग माफिया पकड़े हैं?” कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में कहा।

लोकसभा में बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बीच तीखी नोक झोंक देखने को मिली, जब गौरव गोगोई ने सरकार पर इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए मोबाइल फोन टैप करने के आरोप लगाए।

नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर एक चर्चा के दौरान, असम के सांसद ने कहा, “मैं गृह मंत्री से पूछना चाहता हूं कि आपने हवाई अड्डों और समुद्र और भूमि सीमाओं पर निगरानी कैसे बढ़ाई है, जहां से ड्रग्स देश में प्रवेश करते हैं। आप सीमा सुरक्षा की बात करते हैं, हम जानना चाहते हैं कि आपने सीमा सुरक्षा बलों को कैसे मजबूत किया है”।

“आप खुफिया और निगरानी का उपयोग कैसे कर रहे हैं? आप हम पर जासूसी करें, पेगासस के साथ हमारे फोन पर टैप करें । पेगासस से आप पत्रकारों की जासूसी करते हैं। पेगासस के जरिए आपने कितने ड्रग माफिया को पकड़ा है?” गोगोई ने जोड़ा।

इस टिप्पणी पर, शाह ने पलटवार करते हुए कहा, “उन्होंने (गोगोई) कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं कि पेगासस के माध्यम से उनका फोन टैप किया गया था। सबूत दीजिए, आप ऐसी बातें यूं ही नहीं कह सकते। सदन को सबूत दीजिए… पत्रकारों या राजनेताओं का। यह सदन गंभीर चर्चा के लिए है, निराधार राजनीति से प्रेरित आरोपों के लिए नहीं।”

गोगोई ने आगे कहा कि अगर उन्होंने गलत बयान दिया है तो सरकार को सामने आना चाहिए और कहना चाहिए कि उसने पेगासस का इस्तेमाल नहीं किया है।

इस पर शाह ने जवाब दिया, ‘आप सबूत दीजिए। सुप्रीम कोर्ट पहले ही फैसला कर चुका है।”

सुप्रीम कोर्ट ने पहले कहा था कि निगरानी के लिए इज़राइली एनएसओ ग्रुप के पेगासस सॉफ़्टवेयर के अनधिकृत उपयोग के आरोपों की जांच के लिए उसके द्वारा नियुक्त एक पैनल को उसके द्वारा जांचे गए फोन में स्पाइवेयर के उपयोग पर कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला। समिति ने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार ने उसकी जांच में “सहयोग नहीं किया है”।

गोगोई ने लोकसभा में बोलते हुए चीन के अपराधों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”आज राहुल (गांधी) जी कह रहे हैं कि चीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है, लेकिन केंद्र सेना के पीछे छिपा है, जब इस मामले को सदन में उठाया जाना चाहिए। राष्ट्रों से संबंधित सभी महत्वपूर्ण मामलों पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए। लोग सेना को नहीं सरकार को चुनते हैं, इसलिए सरकारें जवाबदेह होती हैं।”

दरअसल बुधवार को संसद के शीत सत्र के दौरान लोकसभा में नियम 193 के तहत ‘‘देश में मादक पदार्थ दुरुपयोग की समस्या और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाये गये कदम’’ विषय पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने जल, वायु एवं भू सीमा मार्गों से देश में मानव तस्करी, हथियारों एवं मादक पदार्थों की बढ़ती तस्करी का उल्लेख करते हुए गृह मंत्री से इस दिशा में रोकथाम एवं बलों को मजबूत बनाने के कदमों की जानकारी देने की मांग की।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने निगरानी व्यवस्था का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘हमारे ऊपर तो जासूसी करते हैं, हमारे मोबाइल पर पेगासस स्पाईवेयर लगा देते हैं, पत्रकारों के मोबाइल पर पेगासस लगा देते हैं, लेकिन यह बताएं कि पेगासस से मादक पदार्थों से जुड़े कितने माफिया की निगरानी की और कितने तस्करों को पकड़ा।’’ कांग्रेस सांसद की टिप्पणी पर आपत्ति व्यक्त करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘इन्होंने बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं कि इनके मोबाइल पर पेगासस लगा है। इनको इसका आधार सदन में रखना चाहिए। ऐसे नहीं बोल सकते हैं।’’

इस विषय पर गौरव गोगोई ने कहा कि अगर लोकसभा अध्यक्ष को लगता है कि ‘‘मैंने सदन की मर्यादा का उल्लंघन किया है तब आप (अध्यक्ष) निर्देश दें।’’ इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ‘‘इस सदन में हम अपनी बात तथ्यों एवं प्रमाणों के साथ रखें, तब सदन की मर्यादा बढ़ती है।’’

(वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट।)

जेपी सिंह
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