जय श्रीराम…ब्राह्मण एकता जिंदाबाद के नारों से गूंजी मुगलसराय कोतवाली, मूकदर्शक बनी रही पुलिस

वाराणसी। चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली बृहस्पतिवार को ब्राह्मणों के जातिगत नारे से गूंज उठी। ब्राह्मणों ने कोतवाली के अंदर ‘जय श्रीराम…भारत माता की जय…ब्राह्मण एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाए और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने कोतवाली में परशुराम जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

‘वनांचल एक्सप्रेस’ को मिली जानकारी के मुताबिक, मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के बहादुरपुर (पड़ाव) गांव के यादव और ब्राह्मण समुदाय के दो युवकों के बीच फेसबुक पर टिप्पणी को लेकर गौली-गलौज हो गई थी। ब्राह्मण समुदाय के दुर्गेश मिश्रा का आरोप है कि गांव के आशीष यादव और अन्य नौ लोगों ने उस पर और उसके परिवार के सदस्यों पर धारदार हथियार से गत 8 जून को हमला किया। इसमें वह और उसके परिवार के कई सदस्य घायल हो गए। उसने मुगलसराय कोतवाली में तहरीर देकर आशीष यादव और अन्य लोगों के खिलाफ तोड़-फोड़ करने, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले में भारतीय दंड विधान की धारा-323, 504, 506 और 427 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी आशीष यादव को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के पास भेज दिया था।

जहां उसे जमानत मिल गई। पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज करीब दो दर्जन ब्राह्मणों ने बृहस्पतिवार को मुगलसराय कोतवाली में जमकर बवाल काटा। इस दौरान पुलिसवालों से उनकी कहा सुनी भी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दुर्गेश मिश्रा की तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की। इस वजह से आरोपी आशीष यादव को जमानत मिल गई। वहीं, पुलिस का कहना है कि उसने दुर्गेश मिश्रा की तहरीर के आधार पर ही प्राथमिकी दर्ज की है। फिर भी ब्राह्मण समुदाय के लोग नहीं माने और कोतवाली के अंदर ही उन्होंने जय श्रीराम, भारत माता की जय और ब्राह्मण एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

(वाराणसी से पत्रकार शिवदास प्रजापति की रिपोर्ट।)

शिव दास प्रजापति
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