Tag: gandhi

  • पेसा कानून में बदलाव के खिलाफ छत्तीसगढ़ के आदिवासी हुए गोलबंद, रायपुर में निकाली रैली

    पेसा कानून में बदलाव के खिलाफ छत्तीसगढ़ के आदिवासी हुए गोलबंद, रायपुर में निकाली रैली

    छत्तीसगढ़। गांधी जयंती के अवसर में छत्तीसगढ़ के समस्त आदिवासी इलाके की ग्राम सभाओं का एक महासम्मेलन गोंडवाना भवन में आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न ग्राम सभाओं के 5000 से अधिक आदिवासी प्रतिनिधि हिस्सा लिए।  इस मौके पर सूबे के अलग-अलग हिस्सों से आए सिलगेर से रघु,कोयलीबेड़ा से सहदेव उसेंडी, दुर्गुकोंदल से जगत दुग्गा, अंतागढ़…

  • नये भारत के निर्माण की बारिश

    नये भारत के निर्माण की बारिश

    पीएम मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर थे। परसों गुजरात से दो तस्वीरें आयीं। एक तस्वीर में पीएम मोदी देश के दूसरे नंबर के पूंजीपति और अपने खासमखास अंबानी के 5जी वेंचर का उद्गाघटन कर रहे हैं। यहां यह बात भी बतानी जरूरी हो जाती है कि यह काम करके वह देश के और…

  • एक गैर गांधीवादी का गांधी को श्रद्धांजलि

    एक गैर गांधीवादी का गांधी को श्रद्धांजलि

    कल शाम से ही अनमयस्क की स्थिति में हूं। सोच रहा था कल गांधी जयंती होगी। मैं किस तरह से गांधी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करूंगा? मैं गांधीवादी नहीं हूं ।गांधी से मेरे बहुत मतभेद हैं ।उनकी इतिहास समाज दृष्टि को लेकर मेरे बहुत से सवाल हैं। लेकिन फिर भी मैं गांधी जयंती के…

  • गांधी जी, सत्य और अहिंसा

    गांधी जी, सत्य और अहिंसा

    कल (1 अक्तूबर) के ‘टेलिग्राफ’ में हिलाल अहमद का एक लेख ‘सत्याग्रह’ की बद्धमूल धारणा के संदर्भ में ‘एक संभावनापूर्ण हथियार’ (Potent Weapon) अपने तमाम संकेतों के साथ बहुत महत्वपूर्ण लेख था। उसे पढ़ते हुए ही आज गांधी जयंती के मौक़े पर सत्य, हिंसा, अहिंसा पर चंद बातें :  हिलाल अहमद के लेख में गांधी जी…

  • कांग्रेस अपना ही बंटाधार करने पर क्यों आमादा है?

    कांग्रेस अपना ही बंटाधार करने पर क्यों आमादा है?

    यह सिर्फ भारत की सबसे पुरानी और सबसे अधिक समय तक सत्ता में रह चुकी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी ही कर सकती है। पहले उसने अपने 72 वर्षीय निर्वाचित मुख्यमंत्री से सार्वजनिक तौर पर माफी मंगवाई। फिर उसे 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया कि उनको मुख्यमंत्री बने रहना है या नहीं, इसका फैसला…

  • गांधी की दांडी यात्रा-6: छात्रों, व्यापारियों और जनता को युद्ध में शामिल होने का आह्वान

    गांधी की दांडी यात्रा-6: छात्रों, व्यापारियों और जनता को युद्ध में शामिल होने का आह्वान

    इकतीस हजार की आबादी वाले शहर नदियाड में गांधी लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं,  “मैं अक्सर नदियाड आया हूं और यहां कई भाषण दिए हैं, लेकिन इससे पहले मैंने जनता का इतना बड़ा जनसमूह कभी नहीं देखा है।  गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए, आज हम कुचले जा रहे हैं और हम…

  • गांधी की दांडी यात्रा-5: जैसे-जैसे यात्रा बढ़ती गई, कारवां बनता गया

    गांधी की दांडी यात्रा-5: जैसे-जैसे यात्रा बढ़ती गई, कारवां बनता गया

    दांडी यात्रा के दूसरे दिन, 13 मार्च को गांधी और उनके सहयात्री, बवेजा गांव पहुंचे और वहां उनका पड़ाव था। गांधी ने यात्रा की तैयारी के दौरान, रास्ते में पड़ने वाले गांवों से, कुछ जरूरी सूचनाएं मंगवाई थी। उन्होंने बवेजा गांव के संबंध में मिली सूचनाओं के बारे में, ग्रामीणों से कहा कि, ‘उन्हें ‘इसे…

  • गांधी की दांडी यात्रा-3: यात्रा की एक रात पहले

    गांधी की दांडी यात्रा-3: यात्रा की एक रात पहले

    वाइसरॉय और उनका पूरा सूचना तंत्र, इस बात पर निश्चिंत था कि, नमक कर के विरुद्ध होने वाला गांधी जी का सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन की तरह न तो व्यापक होगा और न ही, उससे ब्रिटिश सरकार को कोई बहुत प्रभाव पड़ेगा। नमक पर सत्याग्रह को लेकर, कांग्रेस के बड़े नेताओं में भी संशय…

  • गांधी की दांडी यात्रा-2: नमक कर के विरोध का इतिहास और सत्याग्रह की भूमिका

    गांधी की दांडी यात्रा-2: नमक कर के विरोध का इतिहास और सत्याग्रह की भूमिका

    गांधी के सविनय अवज्ञा आंदोलन और सत्याग्रह की योजना के पहले, नमक पर कर और उसके विरोध के इतिहास पर भी एक नजर डालते हैं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं था कि नमक पर, कर 1930 में ही लगाया गया था, बल्कि नमक पर कर का इतिहास उसके बहुत पहले से शुरू होता है। ईस्ट इंडिया…

  • गांधी की दांडी यात्रा-1: यात्रा के पहले देश की स्थिति

    गांधी की दांडी यात्रा-1: यात्रा के पहले देश की स्थिति

    महात्मा गांधी द्वारा किया गया, नमक कानून का विरोध, जो, दांडी यात्रा के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्ध है, के पहले देश की राजनीतिक स्थिति, बहुत कुछ निराशाजनक थी। गांधी 1924 में अपने दो लेखों के कारण देशद्रोह के आरोप में 6 साल के लिए सज़ा पा कर यरवदा जेल भेजे गए, हालांकि वे…