Tag: Govind Pansare

  • दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को  विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

    दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

    मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त 2013 को, उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। वह महाराष्ट्र के पुणे शहर के थे। पेशे से फिजिशियन और ‘साधना’ पत्रिका के यशस्वी संपादक। उनकी खास पहचान सामाजिक अन्धविश्वास के खिलाफ उनके द्वारा चलाए…

  • लेखकों से डरी सरकार: पुरस्कार से पहले शपथ-पत्र की शर्त

    लेखकों से डरी सरकार: पुरस्कार से पहले शपथ-पत्र की शर्त

    कन्नड़ के ख्याति प्राप्त लेखक और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित एम. एम. कलबुर्गी की 30 अगस्त 2015 को उन्हीं के घर के बाहर हत्या कर दी गयी थी। वे तर्कशील वैज्ञानिक चेतना के लेखक थे जिन्होंने अपने लेखन द्वारा अंधविश्वास और रूढ़िवाद के विरुद्ध अनवरत संघर्ष किया था। उनकी हत्या की वजह उनका लेखन…

  • अंबेडकरवादी रेशनलिस्ट को बजरंग दल के कार्यकर्ता ने दी ‘सड़क पर गोली मारने की धमकी’

    अंबेडकरवादी रेशनलिस्ट को बजरंग दल के कार्यकर्ता ने दी ‘सड़क पर गोली मारने की धमकी’

    क्या अंबेडकरवादी रेशनलिस्ट की नियति नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, एम. एम. कलबुर्गी व गौरी लंकेश होना है। खुद को बजरंगदल का कार्यकर्ता बताने वाले व्यक्ति ने उन्हें कॉल करके जान से मारने की धमकी दी है। निर्देश सिंह द्वारा मुहैया करवाये गये कॉल रिकार्डिंग में वो व्यक्ति खुद को बजरंग दल का आदमी बताते हुये…

  • सत्ता पोषित पाखंड के दौर में एक नयी ज़मीन तोड़ने का वक्त़

    सत्ता पोषित पाखंड के दौर में एक नयी ज़मीन तोड़ने का वक्त़

    बंद दिमाग़ी की गर्त में समाज एक कठिन वक्त में जबकि अपनी आंखें खुली रखना, तर्कशीलता के रास्ते पर डटे रहना, समाज में वैज्ञानिक चिंतन की बातें कहने में संकोच न करना अपने आप में जोखिम भरा काम हो गया है। विगत छह सालों में हमने इसी के चलते पांच बेशकीमती योद्धाओं को खोया है।…