Tag: manusmriti

  • मनुस्मृति दहन दिवस: डॉ. आंबेडकर ने लिया था ब्राह्मणवाद के खात्मे का संकल्प

    मनुस्मृति दहन दिवस: डॉ. आंबेडकर ने लिया था ब्राह्मणवाद के खात्मे का संकल्प

    आज 25 दिसम्बर है। यह दलितों के लिए “मनुस्मृति दहन दिवस” के रूप में अति महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन ही सन 1927 को “महाड़ तालाब” के महा संघर्ष के अवसर पर डॉ बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर ने खुले तौर पर मनुस्मृति जलाई थी। यह ब्राह्मणवाद के विरुद्ध दलितों के संघर्ष की अति महतवपूर्ण…

  • भारत में लोकतंत्र बचेगा या मनुस्मृति वाली शासन प्रणाली लागू होगी?

    भारत में लोकतंत्र बचेगा या मनुस्मृति वाली शासन प्रणाली लागू होगी?

    फ्रांस के राजा लुइस और रानी मैरी से लेकर हिटलर और मुसोलिनी तथा दुनिया भर के अन्य जन-विरोधी शासकों के अंत का इतिहास न तो कांग्रेसियों ने लिखा है और न ही किसी वामपंथी ने, जो देश के वर्तमान गर्वोन्मत्त और आत्ममुग्ध सत्ताधारियों को चीख-चीख कर चेतावनी दे रहा है। और, यह चित्र भी एक…

  • हमें प्रगतिशील भारत चाहिए या अंधविश्वासी भारत ? एक निष्पृह व निर्भीक समीक्षा

    हमें प्रगतिशील भारत चाहिए या अंधविश्वासी भारत ? एक निष्पृह व निर्भीक समीक्षा

    आज वास्तव में इस देश में रहकर यह विश्वास करना कठिन होता जा रहा है कि हम भारत के लोग क्या वास्तव में इक्कीसवीं सदी के ज्ञान-विज्ञान के अंतरिक्ष युग में जी रहे हैं या हम आज से दस-बीस हजार साल पूर्व के बर्बर, आदिम प्रस्तर युग और कबीलाई समाज में जी रहे हैं ?…

  • जयंती पर विशेष: अंबेडकर ने संविधान सभा में ही जाहिर कर दी थी मौजूदा खतरों की आशंका

    जयंती पर विशेष: अंबेडकर ने संविधान सभा में ही जाहिर कर दी थी मौजूदा खतरों की आशंका

    संविधान सभा के लिए दो बार चुने गए थे बाबा साहब आजादी के लिए हुए समझौते और तिथि तय हो जाने के बीच ही संविधान सभा के लिए चुनाव हुए थे। जुलाई 1946 में करीब 10 लाख पर एक के हिसाब से एक सदस्य के साथ 292 चुने गए। इनके अलावा 93 प्रतिनिधि रियासतों के थे और 4 प्रतिनिधि दिल्ली, अजमेर-मेवाड़-कूर्ग और ब्रिटिश बलोचिस्तान से थे। बाबा…

  • गोलवलीकरण से गोडसेकरण की ओर

    गोलवलीकरण से गोडसेकरण की ओर

    पिछले सप्ताह भारत सरकार के संस्कृति मंत्री के गोलवलकर की महिमा का बखान करते हुए किये गए ट्वीट ने देश के राजनीतिक विमर्श को आधिकारिक रूप से एक नयी नीचाई तक पहुंचा दिया है। यह बखान इसलिए काबिले गौर है, क्योंकि यह मंत्री के पद पर बैठे किन्ही प्रह्लाद पटेल की निजी राय नहीं है…

  • ‘निजीकरण है बहुजनों के खिलाफ’

    ‘निजीकरण है बहुजनों के खिलाफ’

    शहीद जगदेव प्रसाद कुशवाहा के जन्म दिवस 2 फरवरी से जारी अभियान के क्रम में सभाएं जारी हैं। बिहपुर प्रखंड के बिक्रमपुर, मिल्की, कठौतिया, अरसंडी सहित कई गांवों में संवाद और सभा हुई। अरसंडी में पेरियार ललई सिंह यादव को श्रद्धांजलि भी दी गई। सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि…