Tag: politics

  • न्यूयॉर्क टाइम्स के इजरायली रिपोर्टर का दावा- ‘भारतीय नेतृत्व ने पेगासस में दिखाई विशिष्ट रुचि’

    न्यूयॉर्क टाइम्स के इजरायली रिपोर्टर का दावा- ‘भारतीय नेतृत्व ने पेगासस में दिखाई विशिष्ट रुचि’

    2017 में पेगासस की बिक्री के लिए भारत और इज़रायल के बीच गुप्त सौदा प्रत्येक देश के राजनीतिक और खुफिया नेतृत्व के ‘उच्चतम स्तरों’ पर किया गया था, और विवादास्पद स्पाइवेयर प्राप्त करने के प्रति मोदी सरकार की ‘विशिष्ट रुचि’ थी और ‘विशिष्ट जोर’ था। इजरायल के खोजी पत्रकार रोनेन बर्गमैन ने सोमवार को ‘द…

  • क्या यूपी में कांग्रेस जीत पाएगी महिलाओं का दिल?

    क्या यूपी में कांग्रेस जीत पाएगी महिलाओं का दिल?

    2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जातिगत राजनीति के बजाय महिलागत राजनीति करना ये कांग्रेस की रणनीति से ज्यादा मजबूरी है। पिछले चार दशक से प्रदेश के मुख्य चार जातिगत समीकरण, मुस्लिम, पिछड़ा, उच्च जाति तथा ओबीसी तबके में कांग्रेस अपना स्थान ढूंढने में नाकाम रही है। कांग्रेस की मुख्य मतदाता कौम मुसलमान को…

  • यूपी के राजनीतिक घटनाक्रम के दूरगामी संकेत

    यूपी के राजनीतिक घटनाक्रम के दूरगामी संकेत

    सिर्फ़ 6 दिन में प्रदेश की राजनीति में हवा का रुख कैसे मोड़ा जा सकता है उसका ताजा उदाहरण अभी उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में चुनाव की घोषणा हुई तब तक प्रदेश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह भाजपा के पक्ष में था, लेकिन अब ऐसा नहीं…

  • विधानसभा चुनाव: इस बार ‘जातियुद्ध’ व ‘धर्मयुद्ध’ से बचेगा उप्र?

    विधानसभा चुनाव: इस बार ‘जातियुद्ध’ व ‘धर्मयुद्ध’ से बचेगा उप्र?

    उत्तर प्रदेश में जब भी चुनाव आते हैं, वे लोकसभा के हों, विधानसभा के या फिर नगर निकायों और पंचायतों के ही क्यों न हों, उन्हें जातियों व धर्मों के युद्धों में बदलने की कोशिशें खासी तेज हो जाती हैं। इनमें से कुछ कोशिशें चोरी-छिपे यानी थोड़ी परदेदारी के साथ होती हैं तो कुछ खुल्लमखुल्ला…

  • विश्व हिंदी दिवस पर विशेष: हिन्दी के नाम पर केवल सियासत हुई, समाधान नहीं हुआ

    विश्व हिंदी दिवस पर विशेष: हिन्दी के नाम पर केवल सियासत हुई, समाधान नहीं हुआ

    एक बार अंग्रेज़ी के वरिष्ठ लेखक कार्लाइल ने अंग्रेजी साहित्य के विद्वान विलियम शेक्सपीयर को श्रध्दांजलि देते हुए कहा था- “हे शेक्सपियर आप बहुत धन्य हैं, क्योंकि आपको हिंदी भाषा वाला विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र हिंदुस्तान स्वीकार कर रहा है और अपनी मातृभाषा हिंदी को तिलांजलि दे रहा है इसलिए मैं आज आपको…

  • स्वर्णमंदिर बेअदबी मामला: धर्म से खेलती राजनीति

    स्वर्णमंदिर बेअदबी मामला: धर्म से खेलती राजनीति

    सिखों के सर्वोच्च धार्मिक स्थल श्री हरमंदिर साहिब में बेअदबी की घटना पर पूरे विश्व में विरोध जाहिर किया जा रहा है और यह स्वाभाविक भी है लेकिन इस पर विरोध करने वाले तमाम सियासी, धार्मिक और सामाजिक संगठन इस पर खामोशी अख्तियार किए हुए हैं कि इस पावन स्थल पर ‘लिंचिंग’ भी हुई। ज्ञात…

  • जनरल रावत की परेशान करने वाली विरासत को वापस लेने की जरूरत है

    जनरल रावत की परेशान करने वाली विरासत को वापस लेने की जरूरत है

    अब जब जनरल बिपिन रावत के लिए शोक का पारंपरिक हिंदू काल समाप्त हो गया है, तो हम एक राष्ट्र के रूप में उनकी विरासत की प्रकृति को विच्छेदित करने का प्रयास करने के लिए स्वयं ऋणी हैं। एक असंवेदनशील मूल्यांकन एक लोकतांत्रिक अनिवार्यता है। जनरल रावत सैम मानेकशॉ की तरह युद्ध-नायक नहीं थे और न…

  • अमेरिका बनाम चीनः लोकतंत्र पर छिड़ा वैचारिक संग्राम

    अमेरिका बनाम चीनः लोकतंत्र पर छिड़ा वैचारिक संग्राम

    अमेरिकी राजनीति-शास्त्री फ्रांसिस फुकुयामा की मशहूर किताब ‘The End of History and the Last Man’ 29 साल पहले प्रकाशित हुई थी। उसके एक साल पहले यानि 1991 में सोवियत संघ का विखंडन हुआ था। उसके पहले 1989 में फुकुयामा ने ‘The End of History?’ शीर्षक के साथ एक लेख लिखा था। उसी साल बर्लिन की…

  • कृषि कानूनों की वापसी से पंजाब में बदल सकती है राजनीतिक तस्वीर

    कृषि कानूनों की वापसी से पंजाब में बदल सकती है राजनीतिक तस्वीर

    तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दांव का पिछले एक साल से जारी किसान आंदोलन पर कोई असर नहीं हुआ है। किसानों ने कह दिया है कि वे एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य, बिजली कानून, आंदोलन के दौरान किसानों पर कायम किए गए फर्जी मुकदमों की वापसी जैसे मुद्दों…

  • केंद्र और दिल्ली की सत्ता के मुंह पर कालिख है यमुना में पैदा हो रहा झाग

    केंद्र और दिल्ली की सत्ता के मुंह पर कालिख है यमुना में पैदा हो रहा झाग

    राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पर ओखला बैराज के पास विगत कई वर्षों से जहरीले झाग की मोटी परत दिखती है। इस वर्ष राजनीतिक कारणों से छठपूजा के अवसर पर यह विशेष चर्चा में रही। यह झाग इस नदी में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण का नतीजा है। कई साल से यह नजारा दिख रहा है…