नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सड़क पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर उनकी एक फ़ोटो सामने आयी है जिसमें उन्हें कुछ मज़दूरों के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है। माना जा रहा है कि जिस तरह के हालात बन गए हैं और उसमें सरकार कहीं कुछ करती नहीं दिख रही है। उसमें विपक्ष की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है। ऐसे मौक़े पर वह मौन नहीं रह सकता है। आज राहुल गांधी ने पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और जिसमें उन्होंने सरकार से ज़रूरतमंदों की जेब में सीधे पैसे भेजने की माँग की। इसके साथ ही एक दूसरी घटना घटी जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ से यूपी में 1000 बसें चलाने की अनुमति माँगी।
ये दोनों घटनाएँ यह बताने के लिए काफ़ी हैं कि कांग्रेस प्रवासी मज़दूरों के मामले पर बेहद गंभीर है। और आज उसी का नतीजा है कि राहुल गांधी राजधानी दिल्ली की सड़कों पर निकल आए। बताया जा रहा है कि दिल्ली में उन्होंने कई जगहों पर मज़दूरों से मिलकर उनसे बात चीत की है और उनका हाल चाल जाना। इस सिलसिले में कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट भी किया गया है।
अभी इसमें ताजी खबर यह आ रही है कि जिन मजदूरों से राहुल गांधी ने मुलाकात की है उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया है। हिमांशु कुमार के फेसबुक वाल से यह ताजा जानकारी मिली है।
राहुल गांधी की मजदूरों से यह मुलाकात दिल्ली के सुखदेव विहार वाले इलाके में हुई है। एएनआई ने बताया कि मजदूरों से मुलाकात के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुंचे और गाड़ियों में बैठाकर उन्हें उनके गंतव्यों की ओर भेज दिया गया। बताया जाता है कि इसमें एक मजदूर मोनू था जो हरियाणा से आया था और उसे झांसी जाना था।