Author: लाल बहादुर सिंह
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देश के बहुसंख्य आमजन-मेहनतकशों के लिए ऐसी सरकार, ऐसे राज्य के बने रहने का तर्क (Raison d’être) खत्म हो गया है !
कोरोना की आपदा तो वैश्विक है, लेकिन इससे जिस तरह हमारे देश में निपटा जा रहा है, उसने मजदूरों की जिस दिल दहला देने वाली अकल्पनीय यातना को जन्म दिया है, उसका पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं है। आने वाले कल कोई संवेदनशील इतिहासकार/पत्रकार/साहित्यकार जब दुःख की इन महागाथाओं, शासकों की अनन्त क्रूरता और…
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महासंकट की इस घड़ी में क्या देश केरल मॉडल से सीखेगा ?
मुझे केरल के अपने भाई-बहनों से ईर्ष्या होती है ! काश भारत केरल का ही विस्तार होता, शैलजा टीचर हमारी स्वास्थ्यमंत्री और …. केरल आज पूरी दुनिया में चर्चा में है । ग्लोबल एक्सपर्ट्स, मीडिया, बुद्धिजीवी केरल के अनुभव से सबको सीखने की सलाह दे रहे हैं। केरल जहां भारत में सबसे पहले कोरोना ने…
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अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भारतीय अर्थशास्त्रियों के सुझावों पर मोदी क्यों नहीं कर रहे हैं अमल?
अर्थशास्त्र की दुनिया में भारतीय मूल के 3 सबसे बड़े नामों- नोबेल पुरस्कृत अमर्त्य सेन व अभिजीत बनर्जी तथा RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक संयुक्त वक्तव्य में सरकार से मांग किया है कि सरकार इस देश की जरूरतमंद जनता के लिए अपने खाद्यभण्डार और खजाना खोल दे। मौजूद असाधारण आपदा के दौर…
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हर जरूरतमंद परिवार को 10 हज़ार रुपये देकर भारत में टाला जा सकता है अनलॉक का खतरा
अमेरिका में कल एक दिन में होने वाली मौत का आंकड़ा 2000 के पार निकल गया-2100 और कुल मौतों का आंकड़ा भी दुनिया में सबसे ऊपर पहुंच गया 18860, इटली के 18849 से आगे। ठीक उसी दिन, ट्रम्प अजीब कश्मकश में हैं ! इंडियन एक्सप्रेस में वाशिंगटन से प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार जहां Medical Experts,…