Author: सुशील मानव
-
कृषि कानून: मकान और कपड़ा के बाद अब रोटी पर कॉरपोरेट के कब्जे की तैयारी
(आज इलाहाबाद में संवाद द्वारा ‘कृषि कानून-2020’ विषय पर एक सामूहिक चर्चा आयोजित की गयी। इसमें बतौर मुख्य वक्ता कवि, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता सुशील मानव ने हिस्सा लिया। पेश है इस मौके पर उनके द्वारा रखा गया पूरा वक्तव्य-संपादक) पूँजीवाद की मूल प्रवृत्ति उत्पाद और उत्पादन के संसाधनों पर कब्जा करने की होती है।…
-
किसान संसद बुलाने से किसका नुकसान?
एक तरफ जहां किसान आंदोलन में शामिल किसान नेता, पत्रकारों और कलाकारों के पीछे केंद्र सरकार ने एनआईए को खुला छोड़ दिया है, वहीं दूसरी ओर कल रात कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तोमर ने साफ कह दिया कि कृषि क़ानून वापस नहीं लेंगे किसानों के पास कोई और विकल्प हो तो लेकर आयें। वहीं…
-
न्याय की उल्टी व्यवस्था: कृषि कानून के पैरोकार बताएंगे किसान आंदोलन का हल!
केंद्र सरकार के प्रतिनिधि मंत्रियों और किसान यूनियन के नेताओं के बीच हुई तमाम बैठकों में केंद्र सरकार की ओर से लगातार कमेटी बनाने का प्रस्ताव किसानों को दिया गया, जिसे किसान लगातार खारिज करते आए थे। 8 जनवरी की पिछली बैठक में कृषि मंत्री द्वारा किसान यूनियनों से स्पष्ट कहा गया कि अब आप…
-
करनाल के 71 किसानों के खिलाफ़ एफआईआर, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
एक तरफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आज 47वें दिन भी पूरे दम खम से आंदोलन में बैठे हुए हैं वहीं दूसरी ओर हरियाणा के करनाल में कल मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सभा वाली जगह पर हुए विरोध के बाद हरियाणा पुलिस ने इस मामले में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा कर…