Friday, April 26, 2024

दंगे

2020 के कई कानूनों से समुदायों में बढ़ा भेदभाव, देश का सामाजिक तानाबाना भी हुआ कमज़ोर

पिछले अनेक दशकों से भारत में सांप्रदायिक दंगे, सांप्रदायिक तनाव और हिंसा का सबसे आम प्रकटीकरण रहे हैं। देश में अनेक भयावह सांप्रदायिक दंगे हुए हैं, जिनमें नेल्ली (1983), दिल्ली सिक्ख-विरोधी हिंसा (1984), भागलपुर (1989), बंबई (1992), गुजरात (2002),...

अफवाह से दंगे भड़कते हैं, फेक न्यूज़ से अब युद्ध हुआ करेंगे!

सांड के कारण भगदड़ और फिर पैदा हुई अफवाहों से सांप्रदायिक दंगा होते तो सुना गया था। मगर, अब तो पीटीआई (प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया) के नाम से सूत्रों को जोड़ कर किसी विजुअल को दिखाते हुए विश्वास दिलाकर...

दंगों का समाजशास्त्र और दक्षिणपंथी राजनीति

स्वीडन और नॉर्वे दोनों जगह दक्षिणपंथी व्यक्तियों ने क़ुरान जला दी और क़ुरान पर अति आस्था रखने वाले मुस्लिम भड़क गए। वहां दंगे शुरू हो गए। आप सोचिए अगर किसी सिख इलाक़े में गुरुग्रंथ साहिब, हिंदू इलाक़े में गीता,...

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गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का...