Thursday, April 25, 2024

सावित्रीबाई फुले

समता का यलगार है मंजुल का नाटक ‘लोक-शास्त्र सावित्री’

मेरे पुराने मित्र मंजुल भारद्वाज का जब फोन आया कि 27 मार्च 2021 को सुबह 11:30 थाना के गडकरी रंगायतन में ‘लोक-शास्त्र सावित्री’ का मंचन है, तुम्हें आना है। मैं उलझन में थी कि कोरोना काल में पब्लिक की...

Latest News

प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...